प्रख्यात मराठी, हिंदी फिल्मों और रंगमंच की कलाकार आशालता वाबगांवकर का सतारा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 से मंगलवार को निधन हो गया. वो चार दिनों तक कोरोना वायरस से लड़ती रही. वो 79 वर्ष की थीं. पिछले सप्ताह एक निजी अस्पताल में भर्ती होने के दौरान वह गंभीर हालत में थी. उनका देहांत मंगलवार की सुबह अस्पताल में हुआ.


आशालता के नाम से मशहूर गोवा में पैदा हुई अभिनेत्री को कोविड-19 का संक्रमण एक टेलीसेरियल की शूटिंग के दौरान हुआ था.


गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने ट्वीट कर दिवंगत कलाकार को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, गोआ की विख्यात कलाकार आशालता वाबगांवकर के निधन से बहुत दुख हुआ है. थिएटर और फिल्मों में उनका शानदार प्रदर्शन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना. उनकी आत्मा को शांति मिले.


अशालता ने 100 से अधिक हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया. उनकी उल्लेखनीय हिंदी फिल्मों में 'अपने पराये', 'अंकुश', 'वो 7 दिन', 'अहिस्ता अहिस्ता', 'शौकीन', और 'नमक हलाल' शामिल हैं. उनकी मराठी फिल्मों में 'उम्बर्था', 'सूत्रधार' और 'वाहिनची माया' शामिल हैं.


इसके अलावा आशालता ने थिएटर में भी काम किया. मराठी नाटक 'चिन्ना' और 'गुनाता हृदया हे' काफी प्रमुख हैं. आशालता ने एक किताब भी लिखी जिसका नाम है 'गर्द सभौती'.