UP Election 2022: यूपी में विधानसभा चुनावों की तारीखों के एलान के बाद दलबदल के साथ ही उलटफेर का बड़ा खेल शुरू हो चुका है. यूपी की बात करें तो BJP को सूबे में लगातार एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. राज्य में समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच इस चुनाव में कड़े मुकाबले की संभावनाएं दिखाई दे रही हैं. ऐसे में नेता अपने लिए इस चुनाव में बेहतर संभावनाओं के साथ ही बड़ा पद भी तलाश रहे हैं.


यूपी सरकार के आयुष मंत्री डॉ. धरम सिंह ने बीजेपी का दामन छोड़ दिया है. हालांकि वो किस पार्टी में जाएंगे इसको लेकर फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है. धर्म सिंह सैनी ने इस्तीफे के बाद एक बड़ा दावा किया है. उनके दावे के बाद सियासी गलियारों में राजनीतिक तूफान आ गया है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि हर दिन 20 तारीख तक मंत्री और विधायक इस्तीफा देंगे. सैनी यूपी में बीजेपी छोड़ने वाले आठवें विधायक और पार्टी छोड़ने वाले तीसरे कैबिनेट मंत्री हैं.




हर इस्तीफे की कहानी बिल्कुल एक जैसी


योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले तीनों मंत्रियों की चिट्ठी को गौर से देखें तो तीनों की ही भाषा करीब-करीब एक जैसी है. तीनों नेता 5 साल यूपी में मंत्री रहने के बावजूद अब योगी सरकार में दलितों, पिछड़ों, किसानों और शिक्षित बेरोजगारों की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं. यूपी के इन तीनों नेताओं ने इस्तीफे के बाद अखिलेश यादव से मुलाकात की. इसके बाद अखिलेश के ट्वीट को भी देखें तो उसका पैटर्न भी एक जैसा ही है. अखिलेश ने फोटो ट्वीट करते हुए सबको साथ लेकर मेला होबे का दम भरा है. शिकोहाबाद के विधायक मुकेश वर्मा, औरया से बिधूना विधायक विनय शाक्य और लखीमपुर खीरी से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी का भी हाल ही में इस्तीफा हुआ है. वहीं सुल्तानपुर सदर से विधायक सीताराम वर्मा ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया है.


मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा


कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफे का दौर मंगलवार को शुरू हुआ, जब ओबीसी नेता और पांच बार के विधायक स्वामी प्रसाद मौर्या ने योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. वो योगी कैबिनेट में श्रम और रोजगार मंत्री का पद संभाल रहे थे. बुधवार को एक और कैबिनेट मंत्री और ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान का इस्तीफा हुआ था. वो वन पर्यावरण और पशुपालन मंत्री थे. तीनों ही पूर्व मंत्रियों ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का संकेत दिया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका एलान नहीं हुआ है.




सैनी ने अपने इस्तीफे में क्या लिखा


वहीं यूपी के राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में सैनी ने लिखा है कि वह मंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि BJP की सरकार में दलित और पिछड़ी जाति समुदायों, किसानों, शिक्षित बेरोजगारों और छोटे और मध्यम स्तर के व्यापारियों के नेताओं और लोगों की उपेक्षा हुई है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को भेजे गए इस्तीफे में सैनी ने लिखा है, ‘‘माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिपरिषद में आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री के रूप में रहकर पूर्ण मनोयोग के साथ उत्तरदायित्वों का निर्वहन किया है, किन्तु जिन अपेक्षाओं के साथ दलितों, पिछड़ों, किसानों, शिक्षित बेरोजगारों, छोटे एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों ने मिलकर प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का काम किया, उनकी व उनके जनप्रतिनिधियों के प्रति लगातार जारी उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता हूं.’’ 


अखिलेश के ट्वीट्स भी एक जैसे


पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले सैनी सहारनपुर की नकुड़ विधानसभा सीट से विधायक हैं. सैनी को स्वामी प्रसाद मौर्य का करीबी माना जाता है और मंगलवार को मौर्य के इस्तीफे के बाद से सैनी के इस्तीफा देने की खबरें भी चर्चा में थीं, लेकिन देर शाम उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करके भाजपा नहीं छोड़ने की बात कही थी. इस्तीफे के तुरंत बाद सैनी ने अखिलेश यादव से मुलाकात की और ओबीसी नेता के साथ एक तस्वीर ट्वीट की. अखिलेश ने लिखा कि ‘सामाजिक न्याय’ के एक और योद्धा डॉ. धर्म सिंह सैनी जी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन करानेवाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है. सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! बाइस में समावेशी-सौहार्द की जीत निश्चित है.  अखिलेश ने अपने ट्वीट में हैशटैग मेला_होबे इस्तेमाल किया है. ये बिल्कुल पश्चिम बंगाल में हैशटैग खेला_होबे की तर्ज पर किया गया है. 




तो क्या यूपी में मेला होबे


मेला होबे की बात से सियासी गलियारों में BJP विधायकों के इस्तीफों ने नए कयासों का दौर गर्म कर दिया है. अखिलेश यादव इस बार कुछ ऐसा सियासी समीकरण बना रहे हैं, जिसमें छोटे-छोटे नेताओं को बड़ी जगह देकर उन्हें अपने फेवर में करना शामिल है. छोटे दलों से गठबंधन के बाद अब बीजेपी नेताओं के इस्तीफों में सपा में जाने की अटकलों ने यूपी में नया राग छोड़ दिया है.


अब तक 14 नेताओं ने दिया है इस्तीफा
1.स्वामी प्रसाद मौर्य
2.भगवती सागर
3.रोशनलाल वर्मा
4.विनय शाक्य-
5.अवतार सिंह भाड़ाना
6.दारा सिंह चौहान
7.बृजेश प्रजापति
8.मुकेश वर्मा
9.राकेश राठौर
10.जय चौबे
11.माधुरी वर्मा
12.आर के  शर्मा
13. बाला अवस्थी
14 धर्म सिंह सैनी