ABP C-Voter Survey: तीन दिनों में योगी सरकार के तीन मंत्रियों ने इस्तीफा देकर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने मंगलवार को तो दारा सिंह चौहान ( Dara Singh Chauhan) ने बुधवार को तो वहीं आज धर्म सिंह सैनी ने आज इस्तीफा दे दिया. तीनों ही नेता जल्द ही उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh YadaV) के खेमे में शामिल हो सकते हैं. धर्म सिंह सैनी, दारा सिंह और स्वामी प्रसाद मौर्य की अखिलेश यादव से मुलाकात हो चुकी है.


इस बीच अखिलेश यादव ने बुधवार को सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बैठकें की और इस बैठक में ओम प्रकाश राजभर, शिवपाल यादव, कृष्णा पटेल, संजय चौहान, केशव देव मौर्य समेत कई नेता मौजूद थे. सीटों का बंटवारा करीब-करीब हो चुका है. आगामी विधानसभा चुनाव में सपा के साथ राष्ट्रीय लोकदल, महान दल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, जनवादी पार्टी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी समेत कई अन्य दलों ने गठबंधन किया है. 


ऐसे में सवाल उठता है क्या जातीय नेताओं को जोड़कर MY (मुस्लिम-यादव) से अलग सामाजिक समीकरण सपा सुप्रीम अखिलेश यादव बना रहे हैं? इस सवाल पर एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने राय जानने की कोशिश की है. ABP C-Voter Survey में 57 फीसदी ने हां, 29 फीसदी ने नहीं और 14 फीसदी ने पता नहीं में जवाब दिया.


जातीय नेताओं को जोड़कर MY से अलग सामाजिक समीकरण बना रहे हैं अखिलेश ?
हां- 57%
नहीं-29%
पता नहीं-14%


उत्तर प्रदेश में सात चरणों में वोट डाले जाएंगे. पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को होगी और वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी.


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