Telangana Election 2023 News: असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और तेलंगाना इलेक्शन वॉच ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए खड़े उम्मीदवारों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है. एडीआर और तेलंगाना इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना चुनाव में 2,290 उम्मीदवारों में से 23 प्रतिशत दागी हैं. इन उम्मीदवारों ने नामांकन के दौरान जमा किए एफिडेविट में अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी है.


रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के सबसे ज्यादा 72% उम्मीदवार दागी हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि कांग्रेस के 72% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जबकि इनमें से 51% के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, बीजेपी भी कांग्रेस से पीछे नहीं है. बीजेपी के 71% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 49% के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.


14 प्रतिशत निर्दलीय भी हैं दागी


सबसे कम दागियों के मामले में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक टॉप पर है, लेकिन उसके भी करीब एक-चौथाई (24%) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. यही नहीं, तेलंगाना में चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार भी इसमें पीछे नहीं हैं. यहां 14% निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एक-चौथाई से अधिक उम्मीदवार करोड़पति हैं.


15 पर्सेंट उम्मीदवारों पर गंभीर मामले दर्ज


अगर ओवरॉल आंकड़ों पर नजर डालें तो 353 यानी 15% उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. 2018 के चुनावों में यह आंकड़ा 13% था. इस चुनाव में खड़े 353 ‘दागियों’ के खिलाफ दर्ज गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो इनमें 7 हत्या के मामले, 27 हत्या के प्रयास के मामले और 45 मामले महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित हैं. रिपोर्ट में राज्य के 81% निर्वाचन क्षेत्रों को 'रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र' घोषित किया गया है. यहां रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र का मतलब है ऐसे निर्वाचन क्षेत्र जहां से चुनाव लड़ने वाले 3 या अधिक उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र की संख्या 66% थी.


25% प्रत्याशियों के पास 1 करोड़ से अधिक की संपत्ति


1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति वाले उम्मीदवारों की बात करें तो यह 25% के आसपास है. भारत राष्ट्र समिति के 96% उम्मीदवार और कांग्रेस के 94% उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के 89 प्रतिशत उम्मीदवारों के पास 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, जबकि बीजेपी के 84% कैंडिडेट्स करोड़पति हैं. इस चुनाव में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति ₹4.71 करोड़ है. हालांकि, 41.48% उम्मीदवारों के पास 10 लाख रुपये से कम की संपत्ति है.


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