Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान अब तक नहीं हुआ है लेकिन भारत सरकार ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में गूगल, ओपेन एआई और ओला जैसी कंपनियों को नोटिस भेजा गया है. नोटिस में साफ किया गया कि किसी भी आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) कंपनी के टूल को ऐसे निर्देशों का पालन नहीं करना है जो भारत सरकार ने दिशा-निर्देश के खिलाफ हों और भारत के चुनाव की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकते हों.


केंद्रीय राज्य सूचना और प्रसारण मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने साफ किया कि आगामी लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है.


सरकार ने नोटिस में क्या कहा?


सरकार ने नोटिस में गूगल, ओपेन एआई और ओला जैसी कंपनियों से कहा कि उनके सॉफ्टवेयर किसी भी ऐसे निर्देश का पालन करें, जो सरकार की एडवाइजरी के खिलाफ हों और आगामी चुनाव की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता हो. जो कंपनी एआई टूल को विकसित कर रही हैं, वे भारत सरकार की अनुमति के बिना इसे जनता के उपयोग के लिए न उपलब्ध कराएं. अनुमति के लिए दिए गए आवेदन पत्र में यह स्पष्ट रूप से लिखा जाना चाहिए कि टूल में कितनी गड़बड़ी हो सकती है और इसका कितना दुरुपयोग संभव है.


नोटिस के लिए क्यों मजबूर हुई सरकार


इससे पहले, चुनाव में सरकार ने एआई कंपनियों को ऐसे नोटिस नहीं भेजे थे लेकिन अब वह ऐसा करने के लिए मजबूर है. ऐसा इसलिए क्योंकि, पिछले कुछ चुनावों में डीपफेक और अन्य एआई टूलों का दुरुपयोग हुआ है. पिछले साल नवंबर में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें केटी रामा राव कांग्रेस को वोट देने की बात कह रहे थे. यह वीडियो फर्जी था और जब तक इसका खंडन किया जाता, तब तक मतदान हो चुके थे और कांग्रेस को इस चुनाव में बहुमत के साथ जीत मिली. ऐसी ही घटनाओं को रोकने के लिए सरकार पूरी तैयारी कर रही है.

यह भी पढ़ेंः Jayant Sinha Post: अब BJP सांसद जयंत सिन्हा भी बोले- मुझे चुनावी कर्तव्यों से मुक्त कर दीजिए, X पर किया पोस्ट, पढ़िए और क्या लिखा