Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी केरल में उत्तर प्रदेश वाली रणनीत अपना रही है. उत्तर प्रदेश में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद और मुगलसराय सहित कई जगहों के नाम बदले हैं. अब वायनाड से बीजेपी उम्मीदवार के सुरेंद्रन ने सुल्तान बत्तेरी कस्बे का नाम बदलने की बात कही है.


के सुरेंद्रन ने कहा कि इस कस्बे का नाम हमेशा से गणपति वट्टम रहा है. टीपू सुल्तान के आने के बाद इसका नाम सुल्तान बत्तेरी हो गया. सुरेंद्रन इस बार केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनौती दे रहे हैं.


टीपू सुल्तान से जोड़ा मामला


के सुरेंद्रन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो इस कस्बे का नाम बदलकर सुल्तान बत्तेरी से गणपति वट्टम कर देंगे. वायनाड में टीपू सुल्तान का नाम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. कर्नाटक और उत्तरी केरल में टीपू के आक्रमण को लेकर आलोचक उन्हें धर्म परिवर्तन और हिंदू-जैन मंदिरों को तोड़ने के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं. संघ परिवार भी टीपू सुल्तान का बड़ा आलोचक रहा है.


सुल्तान बत्तेरी का इतिहास

वायनाड जिले में तीन अहम कस्बे हैं. सुल्तान बत्तेरी, कलपेट्टा और मननंतवडी. सुल्तान बत्तेरी में टीपू सुल्तान अपनी तोप रखते थे, ताकि अंग्रेज समुद्र किनारे से आक्रमण करें तो जवाबी कार्रवाई की जा सके. इस वजह से इस इलाके को सुल्तान बैटरी कहा जाने लगा. बाद में आम बोल चाल की भाषा में इसे सुल्तान बत्तेरी कहा जाने लगा. सुरेंद्रन के अनुसार यहां पहले भगवान गणपति का मंदिर था और इस इलाके को गणपति वट्टम कहा जाता था. केरल पर्यटन की वेबसाइट में भी इसका पुराना नाम गणपति वट्टम बताया गया है. 


विपक्षी नेता क्या बोले?

विपक्षी नेताओं ने इस मामले पर कहा कि सुरेंद्रन का यह सपना कभी पूरा नहीं होगा. इंडियन यूनियम मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय सचिव पीके कुन्हालिकुट्टी ने कहा कि वायनाड से सुरेंद्रन के जीतने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में कस्बे का नाम बदलने का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि यह केरल है और वह यहां नहीं जीतने वाले. ऐसे में नाम भी नहीं बदलेंगे. कलपेट्टा से कांग्रेस विधायक टी सिद्दकी ने कहा कि सुरेंद्रन लोगों का ध्यान खींचने के लिए ऐसा बोल रहे हैं.

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