Lok Sabha Election 2024: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के साथ गठबंधन टूटने से भारतीय जनता पार्टी (BJP) को राज्य में हार्ड कोर मराठी वोट बैंक की चिंता सता रही है. मराठी वोट बैंक को अपने साथ जोड़ने के लिए अब बीजेपी राज ठाकरे को एनडीए में जगह देने जा रही है. एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे अपने बेटे अमित ठाकरे और पार्टी के सीनियर नेता बाला नांदगावकर के साथ दिल्ली में हैं और अभी कुछ देर में अमित शाह के साथ मीटिंग कर सकते हैं.

माना जा रहा है कि बीजेपी मराठी वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) को साथ ले रही है. बदले में वह एमएनएस को दक्षिण मुंबई की लोकसभा सीट दे सकती है, जहां से बाला नांदगावकर काफी लोकप्रिय हैं.

दोनों को एक-दूसरे की जरूरतबीजेपी और एमएनएस के साथ आने से दोनों दलों को विधानसभा और बीएमसी चुनाव में भी मदद मिलेगी. माना जा रहा है कि दोनों को एक दूसरे की जरूरत है. दरअसल, शिवसेना के टूटने के बाद सांसद और विधायक तो बड़ी संख्या में एकनाथ शिंदे के साथ आए, लेकिन मराठी वोटर कितने आए ये अभी साफ नही है. 

बीजेपी को सता रहा डरबीजेपी को यह भी डर सता रहा है कि कहीं उद्धव ठाकरे को सहानुभूति का फायदा न मिल जाए. इसलिए बीजेपी मराठी वोटरों को बंटने से रोकने की हर संभव कोशिश में जुटी है. वैसे राज ठाकरे उत्तर भारतीय विरोधी नेता के रूप में जाने जाते हैं. इसलिए अब तक बीजेपी ने उनसे दूरी बनाए रखी थी.

एमएनएस का प्रदर्शन2019 लोकसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने वाले राज ठाकरे ने पिछली बार आम चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था. हालांकि, उन्होंने बीजेपी- शिवसेना गठबंधन के खिलाफ जमकर प्रचार किया था. अक्टूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) से कुल 101 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. कल्याण ग्रामीण से एनएन के एकमात्र उम्मीदवार राजू पाटिल ने विधानसभा चुनाव जीता. विधानसभा चुनाव में पार्टी के 86 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. इस चुनाव में राज ठाकरे को कुल 2.25 फीसदी यानी 12,42,135 वोट मिले थे. 

2009 में 13 उम्मीदवार जीते2014 के लोकसभा चुनाव में एमएनएस को 1.5 फीसदी और विधानसभा चुनाव में 3.1 फीसदी वोट मिले थे. 2014 में राज ठाकरे ने बीजेपी के सामने उम्मीदवार नहीं उतारा था. वहीं, 2009 के लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने 11 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. इस चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को कुल 4.07 फीसदी यानी 15.04 लाख वोट मिले, जबकि इसी साल हुए विधानसभा चुनावों में एमएएस के 13 विधायक चुनाव जीते. इस चुनाव में उन्हें कुल 5.71 फीसदी वोट मिले थे. ये पार्टी का बेस्ट परफॉरमेंस है. 

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