Bajrang Dal Row: कर्नाटक चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने जैसी घोषणा करके अपनी फजीहत करवा चुकी कांग्रेस ने अब यू-टर्न ले लिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र में यह नहीं कहा गया है कि संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. केवल निर्णायक कार्रवाई का वादा किया गया है, जो नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों के लिए चेतावनी है. 


हालांकि, पी चिदंबरम ने बजरंग दल की तुलना 'बजरंगबली' से करने पर भी सवाल उठाया है. चिदंबरम ने भरोसा जताया कि राज्य के लोग बुद्धिमानी से सरकार चुनेंगे. चुनाव स्पष्ट है, क्योंकि कर्नाटक या तो एक उदार, लोकतांत्रिक, बहुवचन, सहिष्णु का मॉडल बन सकता है या अंतर्मुखी, बहुसंख्यकवादी, असहिष्णु और प्रतिगामी राज्य बनेगा. 


बीजेपी पर पी चिदंबरम का हमला 


उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और कर्नाटक के भविष्य के लिए, हमें बीजेपी को कर्नाटक में जीतने से रोकना चाहिए. राज्य में समान नागरिक संहिता (UCC) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) की शुरूआत के बीजेपी के वादे के बारे में पूछे जाने पर, पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि दोनों ऐसे मुद्दे हैं जो समाज को विभाजित करने और सामाजिक संघर्ष को बढ़ावा देने की क्षमता रखते हैं. 


बजरंग दल ने कांग्रेस को भेजा नोटिस 


बता दें कि, बजरंग दल की चंडीगढ़ इकाई ने कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर पार्टी को मानहानि का नोटिस भेजा है. संगठन ने 100 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है. बजरंग दल चंडीगढ़ ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे गए नोटिस में कहा कि कांग्रेस ने बजरंग दल के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया है. इसकी तुलना पीएफआई जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से की है.  


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