Gujarat Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में 14 जिलों की 93 सीटों के लिए आज (5 दिसंबर) आखिरी चरण की वोटिंग जारी है. जबकि, पहले चरण के मतदान 1 दिसंबर को हुए थे, जिसमें राज्य के 19 जिलों की 89 सीटें शामिल थीं. वहीं गुजरात के चुनावी नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ में 8 दिसंबर को आएंगे. 


सबके मन में यह सवाल है कि 8 दिसंबर को किस पार्टी के सिर पर ताज सजेगा और गुजरात में सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़े जुटा पाएगा. यह प्रदेश की जनता के साथ-साथ देश के लोग भी जानने के उत्सुक हैं. लेकिन, 2017 के विधानसभा चुनाव से इस बार के चुनाव तक बहुत कुछ बदल चुका है. 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 1985 के बाद से सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हुए 182 में से 77 सीटें जीतने में कामयाब रही थी, वहीं कांग्रेस की दो दर्जन सीटों पर हार का अंतर दो हजार वोटों से कम रहा था.   


2017 के चुनाव में कांग्रेस की ताकत
पिछले चुनाव में 1995 के बाद से बीजेपी की सबसे कम 99 सीटें आई थीं. बीजेपी की कम सीटें आने के पीछे गुजरात की तिकड़ी कही जाने वाले (हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी) नेता कांग्रेस के समर्थन में थे. जहां हार्दिक पटेल राज्यव्यापी पाटीदार आंदोलन की अगुवाई कर रहे थे, जिससे कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना. दूसरी तरफ अल्पेश ठाकोर ओबीसी जातियों का नेतृत्व कर रहे थे, वहीं जिग्नेश मेवाणी दलित वोटरों को एकजुट करने में कामयाब रहे थे. इन तीनों युवा नेताओं के समर्थन से कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिली थी. 


2022 के चुनाव में ये हुए बदलाव
आज 5 साल के बाद यह तिकड़ी बिखर गई है. हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से सिर्फ जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस के साथ हैं और वह पार्टी के टिकट पर वडगाम से उम्मीदवार हैं. इसके अलावा 2022 के चुनाव में जो सबसे बड़ा बदलाव हुआ है. वो यह है कि दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी की गुजरात चुनाव में एंट्री हो गई है. आम आदमी पार्टी मजबूती से गुजरात चुनाव लड़ रही है ऐसे में यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.      


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