Desh Ka Mood: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चल रहे सियासी दंगल के बीच पश्चिम बंगाल की लड़ाई सबसे दिलचस्प है. इसकी वजह है कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में सभी 42 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. दूसरी ओर वामदलों और कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर गठबंधन की तो घोषणा नहीं की है लेकिन मौखिक तौर पर एक दूसरे के समर्थन का संकेत देते हुए उम्मीदवार उतार रहे हैं. दोनों उन सीटों पर कैंडिडेट देने से बच रहे हैं, जहां पहले से इनमें से किसी एक पार्टी ने उम्मीदवार उतार दिया है.


 बीजेपी ने राज्य की 42 में से 39 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं और बाकी तीन पर भी जल्द ऐलान हो सकता है. वैसे तो राज्य में सीधे तौर पर सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी में ही मुकाबले के आसार हैं. हालांकि कई सीटों पर वामदलों और कांग्रेस के साझा उम्मीदवार त्रिकोणीय मुकाबले की आसार बना सकते हैं. बंगाल में आखिर क्या होगा? कौन सी पार्टी भारी पड़ सकती है, इस पर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं.


इस बीच एबीपी न्यूज ने सी वोटर के साथ मिलकर बंगाल के मतदाताओं के मिजाज को समझने की कोशिश की है. सर्व की रिपोर्ट हैरान करने वाली है. बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में 18 सीटें जीतने के अपने प्रदर्शन को ना केवल बरकरार रखती दिख रही है, बल्कि टीएमसी के बराबर सीटें जीतती हुई नजर आ रही है. चलिए हम आपको बताते हैं कि बंगाल का मूड क्या है.


बंगाल में बराबर बराबर सीटें जीत सकते हैं टीएमसी बीजेपी


एबीपी न्यूज सी वोटर सर्वे के आंकड़ों की बात करें तो राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी को 44 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है. जबकि बीजेपी को 42 फीसदी, कांग्रेस और वामदलों को बराबर- बराबर 6-6‌ सीटें मिलने के आसार है. अन्य दलों या निर्दलीयों उम्मीदवारों को दो फीसदी वोट शेयर मिल सकता है.


वहीं अगर बात करें सीटों की तो राज्य की 42 में से टीएमसी और बीजेपी बराबर बराबर 20-20 सीटों पर जीत दर्ज कर सकते हैं. कांग्रेस 2018 के लोकसभा चुनाव अपने के प्रदर्शन को दोहराते हुए राज्य में 2 सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रख सकती है. माकपा को इस बार भी एक भी सीट मिलने के आसार नहीं हैं.


नोट: देश में लोकसभा का चुनाव प्रचार चरम पर है. पहले फेज के लिए चुनाव का प्रचार 17 अप्रैल को खत्म हो रहा है. उससे पहले abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने किया है देश का फाइनल ओपिनियन पोल. 11 मार्च से 12 अप्रैल तक किए गए इस सर्वे में 57 हजार 566 लोगों की राय ली गई है. सर्वे सभी 543 सीटों पर किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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