अकसर छोटे बच्चों का प्लास्टिक की कैंची, इंजेक्शन और टॉय स्टेथेस्कोप से डॉक्टर-डॉक्टर खेलना फेवरेट गेम होता है. हालांकि कुछ बच्चे इसी डॉक्टर-डॉक्टर के गेम को बड़े होकर अपने जुनून और क्षमता के आधार पर करियर के तौर पर भी चुनते हैं. मेडिकल क्षेत्र में सफल होने का ऑप्शन चुनने वाले स्टूडेंट्स के लिए NEET परीक्षा एक जरूरी गेटवे है. इस परीक्षा को पास करने के बाद जहां कई स्टूडेंट्स मेडिकल क्षेत्र में ही काम करना पसंद करते हैं तो वहीं कई ऐसे भी हैं जो एमबीबीएस के बाद ऑल्टरनेट करियर ऑप्शन भी चुनते हैं.
इसके साथ ही एक आम गलतफहमी यह भी है कि छात्रों के लिए एमबीबीएस के बाद लिमिटेड ऑप्शन होते हैं, लेकिन सच ये है कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. जिन छात्रों को मेडिसन की नॉलिज है, उनके पास NEET के बाद नौकरी के कई अन्य ऑप्शन हैं. यह सबसे कॉमन मिसकंसेप्शन को खारिज करता है कि MBBS के बाद सिर्फ डॉक्टर ही बन सकते हैं. चलिए यहां हम आपको डिटेल में बताते हैं कि MBBS के बाद करियर के क्या-क्या ऑप्शन हैं.
MBBS के माध्यम से डॉक्टरलाखों एमबीबीएस ग्रेजुएट्स क्लिनिकल फील्ड में एंट्री कर डॉक्टर के रूप में अपनी प्रैक्टिस शुरू करने की उम्मीद करते हैं. लेकिन ये रेस काफी इंटेंस हैं. NEET के जरिए मेडिकल स्टूडेंट अपनी एमबीबीएस की डिग्री को अपने स्पेशलाइजेशन की फील्ड में पूरा कर सफल डॉक्टर बन सकते हैं और सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में काम कर सकते हैं.
BDS के जरिए डेंटिस्ट के रूप में करियर स्कोपएमबीबीएस के अलावा, NEET के जरिए बीडीएस कोर्स की डिग्री हासिल कर डेंटिस्ट बना जा सकता है. इस फील्ड में भी अपॉर्चुनिटी पब्लिक क्लिनिक्स तक ही सीमित नहीं है. कई डेंटिस्ट अपने खुद के क्लीनिक शुरू कर अच्छी खासी कमाई करते हैं.
MD/MS/डिप्लोमायह उन लोगों के लिए एमबीबीएस के बाद सबसे ज्यादा चुने जाने वाले ऑप्शन्स में से एक है, जो अपने मेडिकल करियर को जारी रखना चाहते हैं. एमडी या एमएस या डिप्लोमा डॉक्टरों को पोस्टग्रेजुएट कोर्स करने की इजाजत देता है साथ ही अपनी पसंद के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन हासिल करने की फ्रीडम भी देता है.
MBAडॉक्टर के रूप में करियर बनाने वाले किसी कैंडिडेट के लिए एमबीए सबसे क्लियर ऑप्शन नहीं है. एमबीबीएस के बाद एमबीए करना अनकन्वेंशनल है, लेकिन कुछ लोग इसे एंटरप्रेन्योरल स्किल डेवलेप करने और हेल्थकेयर प्रतिष्ठानों के मैनेजमेंट में करियर के अवसरों का पता लगाने के लिए लेते हैं.
ये हैं MBBS के बाद MBA के लिए बेस्ट स्पेशलाइजेशन
- MBA इन हेल्थकेयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट
- MBA इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन
- MBA इन जनरल मैनेजमेंट
- PGD इन हॉस्पिटल एंड हेल्थ मैनेजमेंट
- PGD इन हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन
- PGD इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन
MSCएमबीबीएस के बाद एमएससी करना दूसरा विकल्प है. एमबीबीएस ग्रेजुएट्स इनमें से किसी भी क्षेत्र में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं- एयरोस्पेस मेडिसिन,एनाटॉमी, एनेस्थीसिया, बायोकैमिस्ट्री, डर्मेटोलॉजी,वेनेरोलॉजी एंड लेप्रोसी. फॉरेंसिक मेडिसन, जेरियाट्रिक, ईएनटी के अलावा कई अन्य क्षेत्र हैं.
क्लीनिकल रिसर्चजब रिसर्च के क्षेत्र की बात आती है, तो भारत अभी भी ग्रो कर रहा है और डेवलेप हो रहा है. इसके लिए क्लिनिकल रिसर्चर्स की बहुत जरूरत होती है. विभिन्न संस्थान जो रिसर्च के अवसर प्रदान करते हैं वे हैं ICMR (इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च), CCMB (सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी), सेंट जॉन्स रिसर्च इंस्टीट्यूट. कोई भी WHO से जुड़ सकता है. इसके साथ ही एम्स, पीजीआई, निमहंस, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई (टीआईएफआर) जैसे कई संस्थान पीएचडी डिग्री प्रदान करते हैं.
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