चेन्नई में आज ABP Network की ओर से Southern Rising Summit 2025 का भव्य आयोजन हो रहा है. पूरे दिन चलने वाले इस खास कार्यक्रम में राजनीति, शिक्षा, तकनीक, कला और संस्कृति से जुड़ी कई जानी-मानी हस्तियां एक ही मंच पर विचार रख रही हैं. समिट का मकसद है दक्षिण भारत के विकास, नई नीतियों, सामाजिक मुद्दों और आने वाले समय की चुनौतियों पर खुलकर चर्चा करना.

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इसी मंच पर तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यमोझी ने राज्य की शिक्षा नीति, भाषा के सवाल और नई तकनीक को लेकर बड़े बयान दिए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्टालिन शिक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं और राज्य में ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं जो आने वाले समय में शिक्षा को पूरी तरह बदल देंगे.

मंत्री अंबिल महेश ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार की सोच केवल आर्थिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि एक बेहतर समाज बनाना भी उसका बड़ा लक्ष्य है. उन्होंने कहा हमारी नैतिकता सिर्फ आर्थिक नहीं है. हमारा मकसद है एक ऐसा समाज बनाना जो शिक्षित हो, जागरूक हो और नई चुनौतियों का सामना कर सके.

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भाषा को लेकर कही ये बात 

समिट में उन्होंने भाषा को लेकर भी अपनी साफ और मजबूत राय रखी. उन्होंने कहा हम सभी भाषाओं का स्वागत करते हैं. हर भाषा का अपना गौरव है, लेकिन जब किसी भाषा को थोपा जाता है, तभी हम उसका विरोध करते हैं.

TN SPARK पर कही ये बात

मंत्री ने आगे बताया कि तमिलनाडु सरकार ने सरकारी स्कूलों में तकनीक को नई ऊंचाई देने के लिए TN SPARK नामक बड़ा कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , रोबोटिक्स, कोडिंग और डिजिटल टूल्स सिखाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब सरकारी स्कूलों के बच्चे भी आधुनिक तकनीक सीख रहे हैं. उन्होंने बताया कि TN SPARK बच्चों को डिजिटल दुनिया से जोड़ रहा है और स्कूलों में पढ़ाई का तरीका तेजी से बदल रहा है.

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AI पर क्या बोले आईआईटी मद्रास के डायरेक्टर?

आईआईटी मद्रास के निदेशक, प्रोफेसर वी. कामाकोटी में एआई पर बोलते हुए कहा कि अभी इसकी एक्सप्लेनेशन क्षमता यानी किसी चीज को समझाने और विस्तार से बताने की क्षमता अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुई है. फिर भी एआई आज पहले से कहीं बेहतर को-पायलट की भूमिका निभाने में सक्षम है.

प्रोफेसर कामाकोटी ने कहा कि मान लीजिए कोई मरीज मेडिकल टेस्ट के लिए जाता है, जिसमें 272 अलग-अलग पैरामीटर मॉनिटर करने होते हैं. इंसान डॉक्टर के लिए इन सबको समझना और महत्व के आधार पर चुनना समय-साध्य काम होगा. वहीं एआई कुछ ही सेकंड में इन 272 पैरामीटर्स में सबसे महत्वपूर्ण और जरूरी जानकारी निकाल कर डॉक्टर के सामने पेश कर सकता है. ऐसे में एआई न केवल समय बचाता है, बल्कि सही निर्णय लेने में भी मददगार साबित होता है.

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AI पर क्या हुई बात?

एआई पर चर्चा के दौरान मंथन विद्यालय के स्वामीनाथन ने कहा कि टेक्नोलॉजी जरूरी है, लेकिन बच्चों को उनका बचपन जीने देना चाहिए. खेल और जीवन का आनंद सीखना जरूरी है.


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