Nitish Kumar Family: बिहार के पटना इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले नीतीश कुमार का जन्म साल 1951 में बिहार के बख्तियारपुर के एक दलित परिवार में हुआ था. नीतीश का उपनाम मुन्ना है. सीएम नीतीश के पिता एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्होने राजनीति के गुण जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जॉर्ज फर्नांडीज से सीखे थे. सीएम नीतीश ने 22 फरवरी 1973 को पेशे से इंजीनियर मंजू कुमारी सिन्हा से शादी की थी. नीतीश कुमार का एक बेटा है जो बीआईटी से ग्रेजुएट है.


अपने शुरूआती दिनों में, नीतीश कुमार जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, एस एन सिन्हा, कर्पूरी ठाकुर और वी पी सिंह के साथ जुड़े थे. 1974 से 1977 तक, उन्होंने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भाग लिया और सत्येंद्र नारायण सिन्हा के नेतृत्व वाली जनता पार्टी में शामिल हो गए. उन्होंने संक्षेप में केंद्रीय रेल मंत्री, भूतल परिवहन मंत्री और कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया. गैसल ट्रेन दुर्घटना (2 अगस्त 1999) के बाद, उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. केंद्रीय रेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने ऑनलाइन टिकट बुकिंग सुविधा (2002) और टिकटों की तत्काल बुकिंग के लिए एक तत्काल योजना सहित व्यापक सुधार किए.


पेशे से शिक्षिका थीं पत्नी 


नीतीश कुमार कि पत्नी पेशे से शिक्षिका थी. पति के नेता होने के बावजूद भी उन्होंने किसी प्रकार की कोई सरकारी व्यवस्था का लाभ नहीं उठाया. 14 मई 2007 को उनका देहांत हो गया. नीतीश कुमार बिहार के 8 बार सीएम पद की शपथ ले चुके है.


राजनीति में नहीं लगता है मन


20 जुलाई 1975 में  जन्मे नीतीश कुमार के इकलौते बेटे है निशांत कुमार. मुख्यमंत्री का बेटा होने के बावजूद निशांत को कम ही लोग जानते हैं. निशांत ने बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले निशांत का दिल राजनीति में नहीं लगता. यही वजह है कि वो राजनीतिक सभाओं या राजनीतिक कार्यक्रमों में कभी भी पिता नीतीश कुमार के साथ नज़र नहीं आते. निशांत खुद भी इस बात का एलान कर चुके हैं कि वो कभी भी अपने पिता की तरह राजनीति में नहीं आएंगे.


निशांत का झुकाव आध्यात्म की तरफ है


दरअसल निशांत का झुकाव आध्यात्म की तरफ है और वो कह चुके हैं कि वो उसी राह पर अपनी ज़िंदगी गुज़ारेंगे. लेकिन जब भी मौका मिला निशांत ने अपने पिता की राजनीति की तारीफ की. 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट डालने के बाद भी निशांत ने अपने पिता की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि जनता उन्हें उनके काम की वजह से जिताती हैं.


ये भी पढ़ें: Video: Video: 'छत पर सोया था बहनोई' गाने पर देवर-भाभी का जोरदार डांस, तारीफ करते नहीं थक रहे हैं यूजर्स