केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने मुसलमानों को नमक हराम बताया है और ये भी कहा कि इस पर अगर फतवे जारी हुए तो मंदिर से भी हुंकार होगी. उनके इस बयान पर जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने पलटवार किया और गठबंधन धर्म निभाने की नसीहत दे डाली.
क्या बोले जेडीयू नेता?
जेडीयू विधान पार्षद गुलाम गौस ने कहा कि बीजेपी को यह नहीं भूलना चाहिए कि केंद्र में उनकी सरकार जदयू की मेहरबानी एवं बैसाखी पर टिकी हुई है. गिरिराज गठबंधन धर्म का पालन करें. उन्माद फैलाने की इजाजत किसी को नहीं. अगर इसी तरह बोलते रहें तो जदयू बड़ा कदम उठा सकती है.
उन्हेंने आगे कहा कि "गिरिराज को पता होना चाहिए कि फतवे राजनैतिक मामलों में नहीं बल्कि धार्मिक मामलों में जारी होते हैं. सुर्खियों में बने रहने के लिए अनाप शनाप बयान देते हैं."
वहीं आरजेडी ने गिरिराज सिंह को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर दी है. पीएम मोदी से केंद्रीय मंत्रिमंडल से उनको हटाने को कहा है. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि "नीतीश कुमार बीजेपी से गठबंधन थोड़ लें. गिरिराज दंगा भड़काना चाहते हैं. नीतीश खुद को सेकुलर बताते हैं. गिरिराज ने बयान देकर उनके विचारों को चुनौती दे दी है. इसलिए तय करें कि BJP-RSS की विचारधारा पर चलेंगे या गठबंधन तोड़ देंगे."
क्या था गिरिराज सिंह का बयान?
दरअसल बेगूसराय में शुक्रवार को गिरिराज सिंह ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि, "मुसलमान पीएम मोदी की योजना का लाभ उठा कर उन्हें ये लोग वोट नहीं देते. उन्होंने लोगों से पूछा कि जिसकी आप मदद करते हैं, अगर वही बेईमान हो जाए, तो उसे नमक हराम तो कहेंगे ही ना? साथ ही ये भी कहा कि इस बात अगर मौलवी साहब मस्जिदों से फतवा जारी करेंगे, तो मंदिरों से भी हुंकार होगी."