Indore News: स्वच्छता में सिरमौर इंदौर शहर अब पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी नंबर वन बनने की कोशिश में जुटा हुआ है. इसी के तहत इंदौर शहर में जल्द ही बैटरी ऑपरेटेड वाहन घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करना शुरू कर देंगे. दरअसल इंदौर नगर निगम (IMC) ने अब क्लीन एयर की पहल के तहत कचरा संग्रहण कार्य के लिए 25 इलेक्ट्रिक वाहनों का एक बेड़ा तैनात करने की योजना बनाई है. इस संबंध में आईएमसी अधिकारियों ने कहा कि वे पुराने कचरा संग्रहण वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की प्रक्रिया में थे और अगर सब कुछ ठीक रहा, तो वे कम से कम 25 वाहनों को पेश करेंगे.


5 साल पुरानी कचरा संग्रहण वैन को बैटरी वैन में बदला गया है
अधिकारियों ने ये भी कहा कि पांच साल पुरानी डीजल से चलने वाली कचरा संग्रहण वैन को बैटरी से चलने वाली वैन में बदल दिया गया है. आईएमसी के अधिकारी मनीष पांडे ने कहा, "हमने वाहन में 8 किलोवाट डीसी मोटर और पांच 12 वोल्ट लिथियम आयन बैटरी का एक सेट लगाया है."


व्हीकल को चार्ज होने में 8 घंटे का समय लगता है
अधिकारियों ने आगे कहा कि, "वाहन को पूरी तरह से चार्ज होने में लगभग आठ घंटे लगते हैं और फिर यह हर चार्ज पर 120 किमी की दूरी तय कर सकता है." आईएमसी के अधिकारी मनीष पांडे ने कहा कि वे कम से कम 25 पुराने कचरा संग्रहण वाहनों के बेड़े को ई-वाहनों में बदलने की योजना बना रहे हैं और उनमें से प्रत्येक में घरों से कचरे के अलग संग्रह के लिए छह बिन सेट-अप के साथ 3x3 क्यूबिक मीटर डिब्बे होंगे.


पुराने वाहनों को बैटरी ऑपरेटेड बनाने में कितना आया खर्चा
उन्होंने आगे बताया कि,"एक पुराने डीजल से चलने वाले वाहन को बैटरी ऑपरेटेड वाहन मे बदलने के लिए 3 लाख रुपये की लागत आई है, जबकि अगर हम उसी क्षमता के नए ई-वाहन खरीदते हैं तो इसकी कीमत 17 लाख रुपये होगी."  गौरतलब है कि 2015 में आईएमसी द्वारा 350 डीजल से चलने वाले कचरा संग्रहण वाहन खरीदे गए थे. उनमें से 150 खराब हो चुके हैं. वहीं नागरिक निकाय ने उन सभी को बैटरी से चलने वाले में बदलने की योजना बनाई है.


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