साल 2023 अब अपने आखिरी चरण में है. दिसंबर महीने की 15 तारीख हो चुकी है. यानी साल का आखिरी महीना भी आधा गुजर चुका है. अब बस दो सप्ताह की बात है और फिर नए साल यानी 2024 की शुरुआत हो जाएगी. अब जब यह साल समाप्त होने को है, आइए जानते हैं कि यह पूरा साल हाउसिंग सेक्टर के लिए कैसा गुजरा है और नए साल में इस सेक्टर का हाल कैसा रहने वाला है...


पिछले साल से इतनी ज्यादा बिक्री


आंकड़े बताते हैं कि यह साल रियल एस्टेट खासकर हाउसिंग सेक्टर के लिए काफी शानदार साबित हुआ है. इस साल भले ही होम लोन की ब्याज दरें अपने उच्च स्तर पर बनी रहीं, लेकिन उसके बाद भी घरों की डिमांड मजबूत बनी रही. एनारॉक की एक ताजी रिपोर्ट बताती है कि 2023 में घरों की बिक्री का फाइनल आंकड़ा पिछले साल यानी 2022 की तुलना में करीब 40 फीसदी ज्यादा रह सकता है.


पहले 9 महीने की बिक्री का आंकड़ा


रिपोर्ट के अनुसार, 2023 के दौरान पहले 9 महीनों में देश के टॉप-7 शहरों में 3.49 लाख करोड़ रुपये के घर बिक चुके हैं. शुरुआती 9 महीने में ही पूरे 2022 की बिक्री का आंकड़ा पीछे छूट चुका है. टॉप शहरों में घरों की बिक्री की जो रफ्तार है, उस हिसाब से साल के आखिरी तीन महीनों में कम से कम 1 लाख करोड़ रुपये के घर बिक जाएंगे. इस तरह पूरे साल का आंकड़ा 4.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है. पिछले साल 3.27 लाख करोड़ रुपये के घरों की बिक्री हुई थी. इस तरह 2023 में घरों की बिक्री में 37.61 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है.


उच्च स्तर पर हैं होम लोन की ब्याज दरें


यह हाल तब है, जब 2023 में ब्याज दरें अपने उच्च स्तर पर रहीं. रिजर्व बैंक ने पिछले साल मई से रेपो रेट को बढ़ाने की शुरुआत की, जो इस साल फरवरी तक जारी रहा. इस दौरान रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कुल 2.50 फीसदी की बढ़ोतरी की, जिससे रेपो रेट 6.50 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच गया. आरबीआई की एमपीसी की दिसंबर बैठक हो चुकी है और इस बार भी रेपो रेट को स्थिर रखा गया है. चूंकि रेपो रेट अपने उच्च स्तर पर है तो होम लोन भी महंगे हैं. हालांकि इस बात का घरों की बिक्री पर असर नहीं दिखा.


इस साल महंगे घरों की ज्यादा हुई बिक्री


वैल्यू की जगह अगर यूनिट के हिसाब से देखें तो घरों की बिक्री में इजाफे का आंकड़ा कुछ कम हो जाता है. इस साल के पहले 9 महीनों के दौरान शीर्ष सात शहरों में 3.49 लाख से ज्यादा हाउसिंग यूनिट की बिक्री हुई है. पिछले साल 3.65 लाख घरों की बिक्री हुई थी. वैल्यू के हिसाब से बिक्री 9 महीने में ही पिछले साल को पार कर चुकी है. इसका कारण है कि 2023 में हाई-टिकट वैल्यू वाले घर यानी लग्जरी घर ज्यादा बिके हैं.


नए साल में ट्रेंड बरकरार रहने की उम्मीद


अगले साल की बात करें तो मकानों की बिक्री में तेजी का ट्रेंड बरकरार रहने की उम्मीद है. अगले वित्त वर्ष में रेपो रेट के कम होने की शुरुआत हो जाएगी. जैसे-जैसे रेपो रेट कम होगा, होम लोन सस्ते होते जाएंगे. इससे घरों की मांग को और सपोर्ट मिल सकता है. सीबीआरई की एक रिपोर्ट बताती है कि 2024 में हाई-टिकट वैल्यू वाले घरों की बिक्री मजबूत रहने की उम्मीद है. सबसे ज्यादा तेजी 45 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक के घरों की मांग में देखने को मिल सकती है.


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