Atta Price Hike: त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है. पर ये त्योहारी मौसम के उत्साह को कमरतोड़ महंगाई फीका कर रही है वजह है महंगे आटा के चलते बिगड़ते किचन का बजट. आम आदमी के थाली की रोटी ( Roti) भी महंगी होती जा रही है. रोटी पर भी महंगाई ( Inflation) की मार पड़ रही है. लगातार महंगे हो रहे गेंहू ( Wheat) के चलते खुदरा बाजार ( Retail Market) में आटा महंगा होता जा रहा है. गेंहू और आटे के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते एक महीने में आटा के दाम 5 फीसदी तक बढ़े हैं. तो गेंहू के दामों में 3 फीसदी तक की बढ़ोतरी बीते एक महीने में देखने को मिला है. 


गेंहू के फसल खराब होने और दाम बढ़ने के बाद सरकार ने मई में एक्सपोर्ट पर लगाने का फैसला किया था. बीते एक साल में गेंहू के दामों में 15 फीसदी तो आटा के भाव में 20 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है. खुदरा बाजार में ब्रांडेड आटा का औसतन दाम ( Average Price Of Atta) करीब 33 से 40 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंचा है.  


उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ( Consumer Affair Ministry) के आंकड़ों के मुताबिक 28 सितंबर, 2022 को आटा का औसतन कीमत 36.28 रुपये प्रति किलो है तो अधिकतम कीमत 65 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. जबकि न्यूनत्तम कीमत 24 रुपये प्रति किलो है. 28 सितंबर को मैसूर में 55 रुपये प्रति किलो में, मुंबई में आटा 52 रुपये प्रति किलो में, चेन्नई में 35 रुपये प्रति किलो में, कोलकाता में 35 रुपये प्रति किलो में और दिल्ली में 30 रुपये प्रति किलो में आटा मिल रहा है. 


बहरहाल माना जा रहा है कि गेंहू और आटे की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सरकार जल्द ही गेंहू पर इंपोर्ट ड्यूटी को घटा सकती है. इंपोर्ट ड्यूटी घटाने से गेंहू का आयात सस्ता होगा जिससे त्योहारी सीजन में कीमतों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी. 


ये भी पढ़ें


RBI Data: देश की कुल घरेलू बचत में म्यूचुअल फंड का हिस्सा 150 फीसदी बढ़ा, बैंक डिपॉजिट्स में दिखी गिरावट


Mandatory Six Airbags Rule: अब 1 अक्टूबर, 2023 से कारों में 6 एयरबैग होगा अनिवार्य, नितिन गडकरी ने किया एलान