Veg Thali Inflation: जुलाई के बाद अगस्त का महीना भी शाकाहारी भोजन करने वालों पर बेहद भारी पड़ा है. अगस्त महीने में टमाटर की आसमान छूती कीमतों के चलते शाकाहरी भोजन की थाली की लागत में 24 फीसदी की उछाल देखने को मिली है. हालांकि जुलाई 2023 के मुकाबले वेज थाली की कीमत में मामूली कमी आई है. जुलाई में शाकाहारी भोजन की थाली की महंगाई दर 28 फीसदी रही थी.  


महंगे टमाटर की मार शाकाहारी भोजन पर 


रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मंथली इंडीकेटर का फूड प्लेस कॉस्ट जारी किया गया है जिसके मुताबिक वेजिटेरियन थाली की लागत एक साल पहले के मुकाबले अगस्त 2023 में 24 फीसदी महंगी रही है. जिसमें 21 फीसदी अकेले टमाटर की आसमान छूती कीमतों का योगदान रहा है. 


एक साल पहले के मुकाबले शाकाहारी थाली अगस्त महीने में 24 फीसदी महंगा पड़ा है. हालांकि जुलाई 2023 के मुकाबले शाकाहारी थाली की कीमत में थोड़ी कमी देखने को मिली है. जुलाई में शाकाहारी भोजन की थाली की महंगाई 28 फीसदी रही थी. 


क्रिसिल के रिपोर्ट के मुताबिक जून 2023 में जहां टमाटर 33 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था, वो जुलाई अगस्त महीने में 250 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंचा. रिपोर्ट के मुताबिक प्याज की कीमतों में 8 फीसदी, मिर्च की कीमतों में 20 फीसदी और जीरा की कीमतों में 158 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.


नॉन-वेज थाली पर महंगाई का बोझ कम 


वेजिटेरियन थाली की महंगाई अगस्त में जहां 24 फीसदी रही है नॉन-वेज थाली महंगाई की महंगाई उस रफ्तार से नहीं बढ़ी है. नॉन-वेज थाली की महंगाई अगस्त में केवल 13 फीसदी रही है. खाने के तेल की कीमतों में 17 फीसदी और आलू की कीमतों में 14 फीसदी की कमी के चलते दोनों ही थाली की लागत में कुछ कमी देखने को मिली है.  


सितंबर में मिल सकती है राहत 


हालांकि जुलाई और अगस्त के मुकाबले सितंबर महीने में शाकाहारी थाली की महंगाई में बड़ी गिरावट आ सकती है. सितंबर में टमाटर की कीमतें 51 रुपये प्रति किलो तक घटकर आ चुकी है. घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 200 रुपये की कमी की गई है और 1103 रुपये से घटकर ये 903 रुपये हो गया है. इससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी. जिससे सितंबर महीने के लिए जब शाकाहारी और नॉन-वेज थाली की महंगाई के आंकड़े आयेंगे तो उसमें कुछ कमी देखने को मिल सकती है.  


ऐसा निकलता है थाली का रेट 


क्रिसिल देश के सभी क्षेत्रों में खाने पीने की चीजों की कीमतों के आधार पर घर में एक थाली की औसतन कीमत निकालती है.  इससे लोगों के खानपान पर आ रहे खर्च का पता लगाने में आसानी होती है. इसके अलावा अनाज, दाल, सब्जी, मसाले, खाने के तेल, ब्रॉइलर यानि चिकेन और रसोई गैस के चलते थाली की कीमत में आ रहे बदलाव का पता लगता है. 


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