US Federal Reserve: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की कल हुई बैठक में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया और इन्हें स्थिर रखने का फैसला लिया है. ये लगातार पांचवी बार है जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव ना करते हुए इन्हें स्थिर रखा है. हालांकि फेडरल रिजर्व चेयरमैन ने अपनी कमेंट्री में कहा है कि अमेरिका में आने वाले समय में ब्याज दरों में तीन बार कटौती की जाएगी. अब जब ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है तो ये 5.25-5.50 फीसदी के दायरे में ही बरकरार हैं.


फेडरल रिजर्व ने आगे दिए तीन रेट कट के संकेत


20 मार्च को फेडरल रिजर्व ओपन कमिटी यानी एफओएमसी की बैठक से कई बड़े संकेत निकलकर सामने आए हैं. अमेरिका में ब्याज दरें हैं पिछले 23 साल के उच्च स्तर पर हैं और यहां अभी भी महंगाई को 2 फीसदी के तय लक्ष्य पर नहीं लाया जा सका है जिसके चलते फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों को नीचे लाने पर सहमति नहीं बनाई जा सकी. हालांकि फेडरल रिजर्व ने साफ कर दिया है आने वाली तिमाहियों में तीन बार ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कर रहा है. 


फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने साफ कहा है कि ब्याज दरों को 5.25-5.50 फीसदी की रेंज में इसीलिए रखा गया है जिससे पॉलिसीमेकर्स को रिस्क रिवॉर्ड, इनकमिंग डेटा और आउटलुक का सही तरह से ऐसेसमेंट करने में मदद मिल सकेगी.


भारतीय बाजारों पर क्या देखा जाएगा असर


आज अमेरिकी बाजारों से अच्छे संकेत निकलकर सामने आ रहे हैं. सुबह जहां डाओ जोंस फ्यूचर्स 0.17 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार कर रहा है वहीं इसके अलावा बीती रात डाओ जोंस, नैस्डेक और एसएंडपी 500 इंडेक्स में शानदार बढ़त रही है. फेड की बैठक के बाद ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं हुई जिसके बाद यूएस मार्केट में अच्छा सेंटीमेंट देखा गया और इसके आधार पर बाजार भी चढ़े हैं. आज अमेरिकी बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेतों के बाद भारतीय बाजारों के भी बढ़त पर खुलने की उम्मीद बन रही है. 


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