TechD Cybersecurity IPO: TechD Cybersecurity का आईपीओ अगले हफ्ते 15 सितंबर से खुल रहा है. इसके लिए निवेशक 17 सितंबर तक बोली लगा सकेंगे. ऐसे में अगर आप आईपीओ में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका है. इसकी सबसे बड़ी खास बात यह है कि 'मार्केट मास्टर' के नाम से मशहूर शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक विजय केडिया का इस कंपनी में निवेश है. कंपनी की 7.20 परसेंट हिस्सेदारी विजय केडिया के पास है.
इतना रखा गया है प्राइस बैंड
आईपीओ के जरिए कंपनी का प्लान 40 करोड़ रुपये जुटाने का है. इसके लिए प्राइस बैंड 183-193 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. निवेशकों को एक लॉट में कम से कम 600 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी. एंकर निवेशक इसके लिए 12 सितंबर तक बोली लगा सकेंगे. कंपनी के शेयर NSE SME प्लेटफॉर्म (Emerge) पर लिस्ट होंगे.
कंपनी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, TechD के आईपीओ के इस सफर का सबसे बड़ा हाइलाइट शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक विजय केडिया से इसे मिला समर्थन है, जिनका सहयोग कंपनी के विजन और विकास पथ में निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है. ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर 151 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं, जो लिस्टिंग पर 80 परसेंट तक मुनाफे का संकेत दे रहे हैं.
आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल
आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने विकास के लिए करेगी. करीब 26 करोड़ रुपये ह्यूमन रिसोर्स को मजबूत बनाने में किए जाएंगे. इसके अलावा, कंपनी नॉर्थ अमेरिका, मिडिल ईस्ट, अफ्रीका में भी अपना दायरा बढ़ाना चाह रही है, जिसके लिए निवेश किए जाएंगे. अहमदाबाद में टेकडिफेंस साइबर वैली के तहत ग्लोबल सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने पर भी निवेश किए जाने की योजना है. बता दें कि कारोबारी साल 2025 में कंपनी का रेवेन्यू 29.8 करोड़ रुपये रहा, जबकि नेट प्रॉफिट 8.40 करोड़ रुपये रहा.
सनी वाघेला ने 2017 में बनाई थी कंपनी
साल 2017 में सनी वाघेला की बनाई गई इस कंपनी की देश के सात शहरों में 160 प्रोफेश्नल्स की एक बड़ी टीम है. कंपनी 470 से ज्यादा ग्राहकों को अपनी सर्विसेज देती है, जिनमें 120 SME, 127 को-ऑपरेटिव बैंक और फिनटेक कंपनियां, 200 सेबी में रजिस्टर्ड संस्थाएं और अडानी, टोरेंट, एस्ट्रल, ईटीओ ग्रुप और जेनसार टेक्नोलॉजीज जैसी कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं.
वाघेला ने कहा, "इस आईपीओ के जरिए हमारा लक्ष्य उत्तरी अमेरिका, मध्य पूर्व, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में अपनी ग्लोबल उपस्थिति को तेजी से बढ़ाना है, साथ ही गुजरात को भारत की साइबर सिक्योरिटी कैपिटल बना है."
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
ये भी पढ़ें:
और बढ़ीं अनिल अंबानी की मुश्किलें, बैंक फ्रॉड केस में ईडी ने दर्ज किया नया केस