2023 Layoffs Surpassed Great Recession Level: देश से लेकर विदेशों तक इस साल बड़े स्तर पर टेक कंपनियों ने छंटनी (Tech Firms Layoff) की है. एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में इतनी छंटनी (Layoff at Globally) हुई है कि 2008 में आई बड़ी मंदी को भी यह आंकड़ा पार कर चुका है. ग्लोबल स्तर पर 965 टेक कंपनियों ने इस साल 1 लाख 50 हजार से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. 


अमेरिका में बड़ी मंदी की आशंका के बीच मेटा, ट्विटर, नेटफ्लिक्स, माइक्रोसॉफ्ट, स्नैप और अन्य जैसी बड़ी टेक कंपनियों ने बड़ी संख्यां में अपने कर्मचारियों को नौकरी से हटाया है. जानकारी के अनुसार, टेक कंपनियों ने इतनी छंटनी इस वजह से की है ताकि 2023 में उनका कारोबार ज्यादा प्रभावित न हो और व्यवसाय में नुकसान का सामना न करना पड़े. 


2008 की मंदी से ज्यादा की छंटनी 


आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल कर्मचारियों की छंटनी का यह आंकड़ा बताता है कि 2008 की महामंदी के दौरान इतने लोगों की नौकरी नहीं गई थी. 2008 से 2009 में टेक कंपनियों ने लगभग 65,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था और 2009 में इतनी ही संख्या में वर्करों ने अपनी आजीविका खोई थी. 


2023 में स्थिति और हो सकती है गंभीर 


मेटा, अमेजन, ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट, सेलफोर्स और अन्य कंपनियों में चल रही वित्तीय स्थितियों के अनुसार अगले साल यह स्थिति और भी खराब होने वाली है. ऐसे में कुछ और कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है. मार्केटवॉच की रिपोर्ट में कहा गया है कर्मचारियों की छंटनी का एक बड़ा कारण यह है कि 2023  में अपनी स्थिति को बरकार रखना चाहती हैं.  


कोविड-19 महामारी के बाद 2.46 लाख कर्मचारियों की नौकरी गई 


टेक छंटनी के एक क्राउडसोर्स layoffs.fyi डाटा के मुताबिक, 1,495 फर्मों ने कोविड-19 महामारी के बाद 246,267 कर्मचारियों की छंटनी की है, लेकिन टेक फिल्ड में सबसे खराब साल 2022 रहा है. ऐसे में कहा जा रहा है कि 2023 में भी स्थिति और गंभीर हो सकती है. मिड नवंबर के दौरान ही अमेरिका के टेक कंपनियों Meta, Twitter, Salesforce, Netflix, Cisco, Roku और अन्य ने 73 हजार कर्मचारियों को निकाला है. वहीं भारत में 17 हजार से अधिक कर्मचारियों की नौकरी जाने के करीब है. 


गूगल भी कर्मचारियों को निकालने पर कर रही विचार 


अमेजन और HP Inc भी अपने कर्मचारियों को निकालने की तैयारी में है. आने वाले दिनों में 20 हजार और 6000 से अधिक कर्मचारियों को निकाला जा सकता है. मेटा भी ग्लोबल स्तर पर 4 हजार कर्मचारियों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. वहीं, गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ग्लोबल स्तर पर 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करने पर विचार कर रही है. 


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