Air India-Vistara Merger: एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइंस का आपस में विलय किया जाएगा. विस्तारा एयरलाइंस में हिस्सेदार सिंगापुर एयरलाइंस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस विलय को मंजूरी दे दी है. सिंगापुर एयरलाइंस के बोर्ड के इस फैसले से टाटा समूह को बड़ी राहत मिली है. क्योंकि टाटा एयर इंडिया लिमिटेड में अपने चार एयरलाइंस ब्रांड का विलय करना चाहती है. 


एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइंस के विलय की जानकारी देते हुए सिंगापुर एयरलाइंस ने जारी बयान में कहा कि उसके बोर्ड ने विलय को मंजूरी दे दी है. साथ ही डील के हिसाब से टाटा संस के साथ विस्तारा के ज्वाइंट वेंचर को एयर इंडिया में विलय करने के बाद एयर इंडिया के नए स्वरूप में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 फीसदी हिस्सेदारी होगी. फिलहाल सिंगापुर एयरलाइंस की टाटा सिंगापुर एयरलाइंस में 49 फीसदी हिस्सेदारी है. सिंगापुर एयरलाइंस विलय के रेग्युलेटरी अप्रूवल मिलने के बाद एयर इंडिया में 250 मिलियन डॉलर यानि 2000 करोड़ रुपये निवेश करेगा. सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा के बीच 2022-23 और 2023-24 में एयर इंडिया के ग्रोथ ऑपरेशन की फंडिंग के लिए अतिरिक्त पूंजी निवेश को लेकर भी सहमति बन गई है. 


टाटा संस एयर इंडिया में विस्तारा के विलय के जरिए एविएशन सेक्टर में बड़ा साम्राज्य स्थापित करना चाहती है. विलय के फैसले के बाद एयर इंडिया देश में विमानों की संख्या और मार्केट शेयर के लिहाज से दूसरी बड़ी एयरलाइंस बन जाएगी. 


एयर इंडिया को खरीदने की रेस में टाटा समूह विजयी घोषित हुई थी. जिसके बाद जनवरी 2022 में टाटा ने भारत सरकार से एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. एयर इंडिया के अधिग्रहण से पहले टाटा के पास विस्तारा और एयरएशिया नाम से पहले ही दो एयरलाइंस ब्रांड ऑपरेट कर रहे थे. एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद टाटा के पास एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ब्रांड भी जुड़ गया.  टाटा ने कहा है कि वो एयरएशिया को पूरी तरह खरीदकर उसे लो कॉस्ट कैरियर के तौर पर एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय करेगी. यानि टाटा केवल एयर इंडिया ब्रांड के नाम से सभी एयरलाइंस को ऑपरेट करेगी. 


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