Small Saving Schemes: सरकार स्माल सेविंग स्कीम के तहत कई सरकारी योजनाओं संचालित करती है. इसमें पीपीएफ से लेकर एनएससी, सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम और अन्य योजनाएं शामिल हैं. आरबीआई ने अभी हाल ही में हुए मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक के दौरान रेपो रेट दर को स्थिर रखा था. 


हालांकि अभी भी महंगाई दर आरबीआई के तय लक्ष्य के ऊपर है, जिस कारण कई सरकारी योजनाओं के ब्याज में बदलाव हुआ है. अब सरकार एक बार फिर स्माल सेविंग स्कीम के ब्याज में बदलाव कर सकती है. सितंबर के आखिरी यानी 29 और 30 सितंबर को छोटी बचत योजनाओं के ब्याज में संशोधन किया जा सकता है. 


क्यों सितंबर में बढ़ सकता है ब्याज 


स्माल सेविंग स्कीम के तहत आने वाले सरकारी योजनाओं के ब्याज में पिछली बार 30 जून 2023 को संशोधन किया गया था. सरकार छोटी बचत योजना के तहत हर तीन महीने के दौरान इसमें बदलाव करती है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तीन महीने का समय सितंबर के आखिरी में पूरा हो रहा है, जिस कारण एक बार फिर सरकार इसमें 30 सितंबर तक बदलाव करेगी. 


30 जून को किन योजनाओं में हुआ था बदलाव 


30 जून को अंतिम अपडेट के मुताबिक, छोटी बचत योजनाओं के लिए दरों में बढ़ोतरी देखी गई थी. इससे पहले अप्रैल-जून 2023 की अवधि के लिए भी दरें बढ़ाई गई थीं. 30 जून के संशोधन में सरकार ने 1 साल और दो साल के डाकघर टाइम डिपॉजिट के लिए ब्या दर 10 बेसिस अंक बढ़र दीं, जिससे ब्याज दर क्रमश: 6.9 फीसदी और 7 फीसदी तय किया गया. इसके आलवा आरडी में 30 बीपीएस की बढ़ोतरी की गई , जिससे ब्याज दर 6.5 फीसदी हो चुका था. 


क्या है स्माल सेविंग स्कीम 


भारत सरकार अलग-अलग वर्ग के लोगों को लाभ देने के लिए कई योजनाएं संचालित करती है. इसमें आम लोगों को कई सारे फायदे भी मिलते हैं, जिसमें सुरक्षा, गारंटीड रिटर्न, ब्याज दर और टैक्स छूट आदि शामिल हैं. छोटी बचत योजना के तहत अकाउंट किसी भी डाकघर ब्रांच में खोला जा सकता है. 


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