Petrol Diesel Price Relief: पेट्रोल डीजल (Petrol & Diesel) पर एक्साइज ड्यूटी कटौती (Excise Duty Cut) और कई राज्यों, केंद्र शाषित प्रदेशों (States & UTs) द्वारा दोनों ईंधन पर वैट (Value Added Tax) घटाने के फैसले का सबसे बड़ा फायदा उपभोक्ताओं और कारोबार जगत को होने वाला है. उपभोक्ता (Consumers) जहां दोनों पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स ( Petroleum Products) के महंगे होने के चलते बढ़ती महंगाई ( Rising Inflation) से परेशान थे तो दोनों ईंधन के महंगे होने के कारण लागत बढ़ने से कारोबारी जगत की परेशानी बढ़ गई थी. 


उपभोक्ता और उद्योगजगत दोनों को फायदा


महंगे डीजल के चलते सामानों (Goods) की आवाजाही ( Trasportation) महंगी हो चुकी है जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ा रहा है. वहीं उद्योगजगत समानों की मैन्युफैकचरिंग के बढ़ते लागत (Rising Input Cost) से परेशान हैं. केंद्र सरकार ने डीजल पर 10 रुपये तो पेट्रोल पर 5 रुपये एक्साइज ड्यूटी में कटौती की है तो केंद्र सरकार के अऩुरोध पर 22 राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशों ने भी पेट्रोल डीजल पर वैट (Value Added Tax) घटाने का फैसला लिया है. इसके चलते कंपनियों के लॉजिस्टिक्स कॉस्ट (Logistics Costs) में कमी लाने में मदद मिलेगी.  तो इस फैसले का फायदा देश की अर्थव्यवस्था को भी होगा. दरअसल कंपनियां कॉमौडिटी (Commodities) के बढ़ते दामों से वैसे ही परेशान थे, उसपर से डीजल भी महंगा हो चला था. लेकिन सरकारों के एक्साइज ड्यूटी और वैट घटाने के फैसले से हर वस्तुओं के कीमत पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी. इससे महंगाई के भी घटने के आसार हैं. 


पेंट्रस और एफएमसीजी कंपनियों ने बढ़ाये दाम


हाल ही में पेंट्स ( Paints) बनाने वाली कंपनियां एशियन पेंट्स ( Asian Paints) और बर्जर पेंट्स ( Berger Paints) ने लागत बढ़ने के चलते दिवाली ( Diwali 2021) के बाद से 12 फीसदी तक पेंट्स के दाम बढा़ने का फैसला लिया है तो एफएमसीजी (FMCG) कंपनियों ने भी हाल के दिनों में लागत और ट्रांस्पोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने के चलते अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाये हैं. इतना ही नहीं हाल के दिनों में सीमेंट से लेकर कई दूसरी चीजें भी महंगी हुई है. 


लेकिन डीजल पेट्रोल के सस्ता होने के बाद माना जा रहा है कि इससे कीमत पर नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी तो इसका फायदा उपभोक्ताओं को होगा, जिससे मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे देश के आर्थिक विकास को तेज करने में मदद मिलेगी. दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में तेजी की वजह एक्साइज ड्यूटी में कटौती का फैसला था. बाजार को लगता है कि इस फैसले से महंगाई तो घटेगी ही कंपनियों की भी लागत घटेगी और मुनाफा बढ़ेगा.   


यह भी पढ़ें:


Mukesh Ambani के लंदन में बसने की खबर को रिलायंस ने बताया बेबुनियाद


 


5 Years of Demonetisation: नोटबंदी के 5 साल बाद भी बढ़ रहा कैश का इस्तेमाल, अब तक के उच्चतम स्तर पर