Deposit Rate Hike: 2023 में आपको बैंकों में डिपॉजिट रखने पर ज्यादा रिटर्न मिल सकता है. बैंकों को कर्ज की बढ़ती मांग के मद्देनजर नगदी जुटाने के लिए डिपॉजिट्स पर ब्याज दरें बढ़ाना पड़ सकता है. बैंकिंग सेक्टर के रेग्युलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में ये बातें कही है. 


बढ़ रही है कर्ज की मांग 


बैंकिंग सेक्टर के ट्रेंड्स और प्रोग्रेस को लेकर आरबीआई ने अपने रिपोर्ट में कहा है  2021-22 के दौरान कर्ज की मांग में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है लेकिन डिपॉजिट ग्रोथ रेट की गति धीमी पड़ गई. आरबीआई के डाटा के मुताबिक डिपॉजिट्स केवल 9.9 फीसदी के रेट से बढ़ा है वहीं कर्ज की मांग 17.5 फीसदी के दर से बढ़ी है. 


बैंकों के प्रदर्शन में सुधार  


क्रेडिट ग्रोथ रेट में भारी तेजी निजी बैंकों के तरफ से आई है. कोरोना महामारी के बाद भारतीय बैंक का प्रदर्शन शानदार रहा है साथ ही एनपीए भी घटा है. अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ रही तो कर्ज की मांग भी बढ़ी है. इसलिए बैंक डिपॉजिट रेट लगातार बढ़ा रहे हैं. और आने वाले दिनों में उन्हें डिपॉजिट्स रेट्स में और भी बढ़ोतरी करनी होगी जिससे वे नगदी जुटा सके.   4 मई 2022 से पांच मॉनिटरी पॉलिसी बैठकों में आरबीआई ने 2.25 फीसदी रेपो रेट बढ़ाये हैं  जो 4 फीसदी से बढ़कर 6.25 फीसदी हो गया है. आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के बाद बैंकों ने डिपॉजिट रेट्स बढ़ाये भी हैं लेकिन वो उस अनुपात में नहीं बढ़े हैं जिस प्रकार कर्ज के दरों में बढ़ोतरी की गई है. 


HDFC Bank ने बढ़ाये डिपॉजिट रेट्स 


देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने बल्क फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला किया है. बैंक ने 2 से 5 करोड़ रुपये के एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा दी है जो 27 दिसंबर, 2022 से लागू हो चुका है. बैंक 3 से 5 साल के अवधि वाले एफडी पर 7 फीसदी ब्याज देगी तो सीनियर सिटीजन को 7.50 फीसदी ब्याज मिलेगा. 21 महीने से 2 साल के अवधि वाले एफडी पर 7.15 फीसदी ब्याज मिलेगा. 


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