Adani Group FPO: देश के केंद्रीय बैंक (Reserve Bank Of India) ने भारत के स्थानीय बैंकों से अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों को लेकर रिपोर्ट मांगी है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार RBI ने अडानी समूह की कंपनियों की सरकार और बैंकिंग सोर्स में उनके जोखिम के बारे में जानकारी मांगी है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी गई है. 


बता दें कि देश के अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के ग्रुप ने पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को वापस ले लिया है. अडानी ग्रुप की ओर से एफपीओ को वापस लेने के बाद गुरुवार को अडानी समूह की कंपनियों (Adani Group Companies) के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. अडानी इंटरप्राइजेस के शेयर गुरुवार को 8.53 प्रतिशत गिरकर 1,953.10 रुपये प्रति स्टॉक पर कारोबार कर रहे थे. 


अडानी ग्रुप ने एफपीओ क्यों लिया वापस 


अडानी ग्रुप ने कहा गुरुवार को कहा कि मौजूदा बाजार की अस्थिरता और कंपनी की स्थिति को देखते हुए एफपीओ को बंद करने का फैसला लिया गया है. कंपनी ने कहा कि एफपीओ में निवेश किए गए पैसों को वापस किया जाएगा. कंपनी का ये फैसला निवेश समुदाय के हितों की रक्षा करना है. 


गौतम अडानी ने क्या कहा 


अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौत अडानी ने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा है कि मौजूदा बाजार स्थिति में 20 हजार करोड़ रुपये के एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नौतिक रूप से सही नहीं है. मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सबसे ऊपर है. ऐसे में निवेशकों के हितो के लिए, नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ को वापस लिया गया है. 


अडानी ग्रुप के शेयरों में क्यों हो रही इतनी गिरावट 


25 जनवरी को अडानी ग्रुप के बारे में अमेरिका के फर्म हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट पेश की थी. इस रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट हुई है.