Petrol Diesel Price Hike in Pakistan: पहले से ही महंगाई से जूझ रही पाकिस्तान की जनता पर वहां की सरकार ने और बोझ बढ़ा दिया है. देश में बढ़ती महंगाई के बीच वित्त मंत्री इशाक डार ने मंगलवार को पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol Diesel Price in Pakistan) में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है. पड़ोसी मुल्क में सरकार ने पेट्रोल के दाम में 19.95 रुपये का इजाफा किया है जिसके बाद यह 272.95 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. वहीं डीजल की कीमत में 19.90 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया गया है जिसके बाद इसकी कीमत बढ़कर 273.40 प्रति लीटर तक पहुंच गई है. नई दरें 1 अगस्त 2023 से लागू हो चुकी हैं.


'राष्ट्रीय हित' में लिया गया फैसला- वित्त मंत्री


वित्त मंत्री ने मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों का ऐलान करते हुए कहा कि शरीफ सरकार ने यह फैसला 'राष्ट्रीय हित' को देखते हुए लिया है. सोमवार को रिव्यू मीटिंग के बाद सरकार ने मंगलवार को इसका ऐलान किया. गौरतलब है कि सोमवार को ही सरकार इसका ऐलान करने वाली थी, लेकिन बढ़ी कीमत को देखते हुए पेट्रोल पंर पर लगने वाली भीड़ से बचाव के लिए इसका ऐलान 1 अगस्त 2023 को किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने दाम को कम करने की कोशिश की, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती कीमत के कारण यह फैसला लेना पड़ा है.


IMF की शर्तों से हैं बंधे


वित्त मंत्री ने अपनी सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि हमने पेट्रोल-डीजल के दाम में कम बढ़ोतरी की कोशिश की था, लेकिन यह सभी जानते हैं कि हम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के नियमों से बंधे हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह सभी एग्रीमेंट इमरान खान की सरकार के दौरान ही हुए हैं. ऐसे में हमें आईएफएफ की शर्तों का पालन करना जरूरी है.


एलपीजी के भी बढ़े दाम


पेट्रोल-डीजल के अलावा पाकिस्तान में एलपीजी के दाम में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. अगस्त की शुरुआत के साथ एलपीजी के दाम में 17.5 फीसदी और एलपीजी कंज्यूमर सेल प्राइस में 13.5 फीसदी का इजाफा हुआ है. इसके बाद यहां 11.8 किलो सिलेंडर 886.30 पाकिस्तानी रुपये और कंज्यूमर प्राइस 2,373.64 रुपये मिल रहा है. एलपीजी की बढ़ी हुई कीमत के कारण आम जनता की घर की रसोई के बजट पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है. ध्यान देने वाली बात ये है कि महंगाई ने पाकिस्तान में आम लोगों की कमर तोड़ रखी है, हालांकि जून 2023 में मुद्रास्फीति दर सात महीने के सबसे निचले स्तर 29.4 फीसदी पर पहुंच गई है. वहीं मई में महंगाई दर 38 फीसदी थी.  


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