Public Provident Fund: बदलते वक्त के साथ ही निवेश के कई ऑप्शन आ चुके हैं. मार्केट में कई ऐसी स्कीम हैं जो बाजार जोखिमों के आधीन हैं. ऐसे में सरकार ने उन लोगों के लिए भी प्रोविडेंट फंड स्कीम (Provident Fund Scheme) की सुविधा शुरू की है जो नौकरी नहीं करते हैं. इस स्कीम का नाम है पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम (Public Provident Fund) . इस स्कीम के तहत निवेशक 15 साल के लिए निवेश करके तगड़ा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम में निवेश करने के लिए यह अनिवार्यता नहीं है कि आप नौकरी करते हो. इसमें बच्चों से लेकर वयस्क, हर कोई निवेश कर सकता है. इसमें मिलने वाला रिटर्न टैक्स फ्री होता है.


ध्यान देने वाली बात यह है कि पीपीएफ स्कीम (PPF Scheme)  में 2013 से ब्याज दर लगातार गिर रही है. 2014 में पीपीएफ स्कीम में निवेश की सीमा 1 लाख रुपये थी जो बाद में बढ़कर 1.5 लाख रुपये हो गई. वहीं, 2013 से अबतक स्कीम की ब्याज दरों में जो गिरावट दर्ज हुई है वो 8.8 फीसदी से गिरकर 7.7 फीसदी तक पहुंच गई है. ऐसे में स्कीम में कुल 1.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.


जानें साल दर साल दर्ज की गई गिरावट-



  • 2013-2014- 8.7 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1 लाख रुपये प्रति वर्ष

  • 2014-2015-8.7 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

  • 2015-2016-8.1 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

  • 2016-2017-8.00 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

  • 2017-2018-7.9 से घटकर 7.6 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

  • 2018-2019-7.6 फीसदी से बढ़कर 7.9 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष

  • 2018-2019-8.00 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष का निवेश

  • 2019-2020- 8.00 फीसदी ब्याज दर, निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष का निवेश

  • 2020-आजतक-7.9 फीसदी ब्याज दर,  निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष का निवेश


पीपीएफ स्कीम के जरिये निवेश करने पर मिलता है इतना रिटर्न


पीपीएफ स्कीम के तहत आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में अकाउंट (PPF Account)  खुलवा सकते हैं. इस स्कीम में आप हर साल 500 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक अधिकतम निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत आपको हर साल कंपाउंडिंग के आधार पर 7.1 फीसदी के हिसाब से ब्याज दर मिल रही है. इस स्कीम में 10 साल से ऊपर के बच्चे भी अपनी माता-पिता की देखरेख में अकाउंट को खोल सकते हैं. इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है, जिसे बाद में 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. 


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