Inflation: वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि सरकार महंगाई को 4 प्रतिशत से नीचे रखने का हर संभव प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार ऐसे कदम भी उठा रही है जिससे लोगों को अनिवार्य चीजें उचित दाम पर समय से उपलब्‍ध हों. पुणे शहर के नजदीक एक संवाददाता सम्‍मेलन में सीमारमण ने कहा कि महंगाई दर को निश्चित स्‍तर पर लाने के लिए भी सरकार कदम उठा रही है. 


बढ़ती कीमतों से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय वित्‍त मंत्री ने कहा कि जहां तक महंगाई का सवाल है तो मैंने संसद में हर बार इससे जुड़े सवालों का जवाब दिया है. महंगाई दर को एक निश्चित स्‍तर पर लाने के लिए कदम भी उठाए जा रहे हैं. उदाहरण के तौर पर आयातित खाद्य तेलों पर लगने वाली ड्यूटी हटा दी गई है. उन्‍होंने कहा कि महंगाई के मसले को वैश्विक परिप्रेक्ष्‍य में देखा जाना चाहिए. 


सीतारमण ने कहा कि अमेरिका में महंगाई दर 40 साल के उच्‍च स्‍तर पर पहुंच गई है. जर्मनी में भी महंगाई दर 38 साल के उच्‍च स्‍तर पर है. हमारी कोशिश है कि महंगाई दर 4 फीसदी के नीचे रहे. वित्‍त मंत्री से यह पूछे जाने पर कि डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार निम्‍न स्‍तर के नए रिकॉर्ड बना रहा है, उन्‍होंने कहा कि सरकार देश की अर्थव्‍यवस्‍था को हर पहलू से देख रही है. उन्‍होंने कहा, 'चाहे महंगाई हो या विनिमय दर... हम हर मसले को देख रहे हैं. '


इससे पहले एक प्रोग्राम में उन्‍होंने कहा कि बिना किसी सिक्‍योरिटी के पात्र लोगों को मुद्रा लोन दिया गया है. वित्‍त मंत्री ने कहा कि साल 2015 में मुद्रा लोन स्‍कीम की शुरुआत के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों से कहा था कि वे बिना किसी सिक्‍योंरिटी के इस योजना के तहत कर्ज दें. 


प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि स्‍मॉल/माइक्रो एंटरप्राइजेज को 10 लाख रुपये तक का कर्ज उपलब्‍ध कराने के लिए किया गया था.


यह भी पढ़ें


Rice Price Up: सरकार ने कर दिया कंफर्म, चावल के दाम में बढ़ोतरी रहेगी जारी, जानें क्या बताई वजह


Petrol Diesel Rate: क्या सस्ता मिल रहा आज पेट्रोल और डीजल, जानें आपके शहर में क्या हैं ताजा रेट