Government Schemes: हर साल 24 जनवरी को नेशनल गर्ल चाइल्ड डे (National Girl Child Day) के रूप में मनाया जाता है. लैंगिक असमानता के खिलाफ जागरूकता फैलाने और उन्हें आगे बढ़ने के सामान अवसर देने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करवाता है. बेटियों के सम्मान को बढ़ाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने विभिन्न निवेश योजनाएं चलाई हैं. इन योजनाओं से बेटियों को आर्थिक एवं सामाजिक ताकत मिलती है. आइए एक नजर इन इनवेस्टमेंट स्कीम पर डाल लेते हैं. 


सुकन्या समृद्धि योजना


केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojana) को खासतौर पर बेटियों के लिए लॉन्च किया था. यह एक स्मॉल सेविंग्स स्कीम है. इस स्कीम को आप सिर्फ 250 रुपये सालाना का योगदान देकर शुरू कर सकते हैं. यह अकाउंट बेटी के जन्म होने से लेकर 10 साल का होने तक कभी भी खोला जा सकता है. इसमें आप एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. यह अकाउंट बेटी के 21 साल का होने तक एक्टिव रहता है. इसके बाद आप पूरा पैसा निकाल सकते हैं. बेटी के 18 साल का होने पर उसकी पढ़ाई के लिए आधा पैसा निकाला जा सकता है. 


बालिका समृद्धि योजना 


गरीबी रेखा (BPL) से नीचे रहने वाले परिवारों की लड़कियों के लिए बालिका समृद्धि योजना (Balika Samridhi Yojana) शुरू की गई है. इस योजना के तहत बेटियों को जन्म के बाद 500 रुपये का अनुदान मिलता है. साथ ही उसकी कक्षा के आधार पर 300 से 1000 रुपये तक की सालाना स्कॉलरशिप भी शामिल है. यह फायदा कक्षा एक से 10 तक मिलता है.


उड़ान सीबीएसई स्कॉलरशिप प्रोग्राम 


मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) के तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा शुरू किए गए उड़ान सीबीएसई स्कॉलरशिप प्रोग्राम (UDAAN CBSE Scholarship Programme) के तहत इंजीनियरिंग संस्थानों में लड़कियों के कम नामांकन को बढ़ाने के प्रयास किए जाते हैं. इसका लाभ सरकारी स्कूलों, केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और सीबीएसई से जुड़े प्राइवेट स्कूलों में ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं को मिलता है. उन्हें हर हफ्ते फ्री ऑनलाइन क्लास करवाई जाती हैं. इस स्कॉलरशिप प्रोग्राम का लाभ उठाने के लिए 10वीं कक्षा में न्यूनतम 70 फीसदी सीजीपीए, साइंस एवं मैथ्स में 80 फीसदी नंबर और परिवार की सालाना आय 6 लाख रुपये से कम होनी चाहिए.


बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 22 जनवरी, 2015 को इस योजना का ऐलान किया था. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao Beti Padhao) योजना का उद्देश्य चाइल्ड सेक्स रेशियो (CSR) में सुधार करना और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. गर्भ में लिंग जांच पर रोक, बेटियों की निशुल्क शिक्षा और विभिन्न स्कॉलरशिप इसी कार्यक्रम का एक अहम हिस्सा है. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय मिलकर इस योजना को आगे बढ़ा रहे हैं.


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