World's richest man: ओरेकल के को-फाउंडर लैरी एलिसन टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को पछाड़ दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, उनका नेटवर्थ 393 बिलियन डॉलर (करीब 34.60 लाख करोड़ रुपये) है, जो मस्क के 385 बिलियन डॉलर (करीब 33.90 लाख करोड़ रुपये)  के नेटवर्थ से अधिक है. 

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मंगलवार की शाम ओरेकल ने अपने तिमाही के नतीजे का ऐलान किया, जो उम्मीदों से कहीं बेहतर रहा. इसका असर बुधवार को कंपनी के शेयर पर देखने को मिला. कंपनी के शेयरों में 41 परसेंट तक का उछाल आया. इसी के साथ इसकी कीमत 336 डॉलर पर पहुंच गई. चूंकि लैरी एलिसन के पास कंपनी के 116 करोड़ शेयर हैं इसलिए शेयरों की कीमत में बढ़त का असर उनके नेटवर्थ पर भी पड़ा, जो एक दिन में 9 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई. दिलचस्प बात यह है कि इसी साल जून के महीने में लैरी जेफ बेजोस और मार्क जुकरबर्ग को पीछे छोड़ते हुए ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंचे थे.

कौन हैं लैरी एलिसन?

लैरी एलिसन का जन्म 1944 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक अविवाहित मां की कोख में हुआ था. यहूदी महिला फ्लोरेंस स्पेलमैन के घर जन्मे लैरी एलिसन को महज नौ महीने की उम्र में निमोनिया हो गया था. इसके बाद उनकी मां ने लैरी एलिसन को अपने चाचा-चाची लिलियन और लुई एलिसन की गोद में सौंप दिया था. लैरी शिकागो में पले-बढ़े. 12 साल की उम्र में जब उन्हें यह पता चला कि उन्हें गोद लिया गया था, तो इस बात ने उन्हें पूरी तरह से झकझोंर कर रख दिया था. इसका उनकी सोच और दुनिया के देखने की उनके नजरिए पर काफी बड़ा असर पड़ा. उन्होंने सगी मां से उनकी दोबारा मुलाकात तब हुई जब वह 48 साल के थे. 

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1977 में लैरी एलिसन ने एक डेटाबेस सॉफ्टवेयर कंपनी के रूप में ओरेकल की नींव रखी. सालों की मेहनत के बाद यह फर्म एक ग्लोबल  क्लाउड कंप्यूटिंग पावरहाउस में बदल गई. 80 साल के एलिसन मौजूदा समय में ओरेकल कॉर्पोरेशन में चेयरमैन और चीफ टेक्नोलॉजी अफसर हैं. 

 

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