आज के दौर में क्रेडिट कार्ड ना सिर्फ एक आसान भुगतान का जरिया बन गया है, बल्कि यह आर्थिक सुरक्षा का साधन भी बनता जा रहा है. शॉपिंग, ऑनलाइन टिकट बुकिंग और डाइनिंग जैसे खर्चों पर बचत के अलावा अब कई क्रेडिट कार्ड कंपनियां ग्राहकों को मुफ्त में इंश्योरेंस कवर भी दे रही हैं.
इसके लिए अलग से कोई आवेदन नहीं करना होता, बस कार्ड का एक्टिव और रेगुलर यूज जरूरी होता है. हालांकि, आपके क्रेडिट कार्ड पर आपका बैंक ये सुविधा देता है कि नहीं, इसके लिए आपको क्रेडिट कार्ड लेने से पहले कस्टमर केयर से इसके बारे में पूरी जानकारी जरूर लेनी चाहिए.
क्या हैं वो इंश्योरेंस कवर जो मिलते हैं मुफ्त में?
ट्रैवल इंश्योरेंस
कई क्रेडिट कार्ड कंपनियां यात्रा के दौरान सामान के गुम होने, फ्लाइट कैंसिलेशन और मेडिकल इमरजेंसी जैसी स्थितियों के लिए इंश्योरेंस कवर देती हैं. उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी फ्लाइट लेट हो जाए या सामान समय पर न पहुंचे तो कार्डधारक क्लेम कर सकता है.
एक्सीडेंटल इंश्योरेंस
यह कवर विशेष रूप से दुर्घटना में मृत्यु की स्थिति में काम आता है. इसमें 2 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक का कवरेज मिल सकता है. सड़क हादसे के लिए कम राशि और विमान दुर्घटना के लिए अधिक राशि तय होती है. इससे कार्डधारक के परिवार को आर्थिक सहारा मिलता है.
परचेज प्रोटेक्शन कवर
अगर आपने कोई इलेक्ट्रॉनिक आइटम या महंगी चीज़ खरीदी है और वह चोरी या डैमेज हो गई है, तो कुछ कार्ड कंपनियां उस पर 50,000 तक का क्लेम देती हैं, बशर्ते नुकसान खरीदारी के कुछ दिनों के भीतर हुआ हो.
मामूली प्रीमियम पर मिलते हैं और भी फायदे
अगर आप थोड़े से मासिक प्रीमियम के साथ अतिरिक्त सुरक्षा चाहते हैं, तो भी क्रेडिट कार्ड आपके लिए विकल्प देते हैं.
क्रेडिट लाइफ इंश्योरेंस
अगर कार्डधारक की मृत्यु, विकलांगता या बेरोजगारी हो जाए और वह बकाया चुका न सके, तो यह बीमा कार्ड का बिल कवर कर देता है. यह कार्डधारक के परिवार पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ने देता.
क्रेडिट विकलांगता बीमा
अगर किसी चिकित्सकीय कारण से आप काम करने में असमर्थ हो जाते हैं, तो यह बीमा आपके कार्ड के न्यूनतम भुगतान को एक तय समय तक कवर करता है.
बेरोजगारी बीमा
नौकरी चले जाने की स्थिति में भी यह बीमा क्रेडिट कार्ड का न्यूनतम भुगतान करता है. हालांकि, यह नौकरी चले जाने के बाद की गई नई खरीदारी को कवर नहीं करता.
ध्यान रखने योग्य बातें
हालांकि ये इंश्योरेंस कवर कई बार कार्ड के साथ स्वतः मिलते हैं, लेकिन कई मामलों में इसके लिए कार्ड एक्टिव रहना जरूरी होता है या फिर एक बार कार्ड से यात्रा या खरीदारी की होनी चाहिए. इसके अलावा क्लेम प्रोसेस के लिए सभी दस्तावेज़ समय पर और सही तरीके से जमा करना जरूरी होता है.
क्रेडिट कार्ड अब केवल एक खर्च करने का माध्यम नहीं, बल्कि आर्थिक सुरक्षा का स्मार्ट टूल बन चुका है. अगर आप इसका सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कई तरह के फ्री और लो-कॉस्ट इंश्योरेंस कवर का लाभ भी मिल सकता है और वो भी बिना किसी अतिरिक्त झंझट के.
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