Ban On Imported Refrigerator Likely: भारत सरकार ( Indian Government) मेक इन इंडिया ( Make In India) को बढ़ावा देने के लिए रेफ्रिजरेटर ( Refregerator) के आयात (Import) पर बैन लगाने पर विचार कर रही है. दरअसल सैमसंग ( Samsung) और एलजी ( LG)  जैसी विदेशी कंपनियां बड़ी संख्या रेफ्रिजरेटर आयात करती हैं. माना जा रहा है कि सरकार इंपोर्ट करने के लिए लाइसेंस लेना जरुरी कर सकती है. फिलहाल कंपनियां फ्री-इंपोर्ट रिजिम ( Free Import Regime) के तहत रेफ्रिजरेटर आयात करती है जिसे सरकार बदलने पर विचार कर रही है. माना जा रहा कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जा सकता है.  


घरेलू मैन्युफैकचरिंग को बढ़ावा देने की कवायद
भारत का रेफ्रिजरेटर मार्केट 5 अरब डॉलर यानि 40,000 करोड़ रुपये सलाना के करीब है. घरेलू कंपनियां जैसे Voltas के अलावा गोदरेज इस सेक्टर में मौजूद है. वहीं एलजी और सैमसंग जैसी विदेशी कंपनियों का इस सेक्टर में बड़ा वर्चस्व है. भारत में सलाना 24 मिलियन रेफ्रिजरेटर बनाने की कैपिसिटी है. लेकिन केवल 15 मिलियन की मांग है जिसमें से बड़ी संख्या में कंपनियां आयात कर उसे पूरा करती हैं. भारत में जितनी रेफ्रिजरेटर की सेल्स होती है उसमें से 5 से 6 फीसदी इंपोर्ट कर पूरा किया जाता है. 


मेक इन इंडिया को मिलेगा बूस्ट
एलजी और सैंमसंग जैसी कंपनियां बड़ी और हाई एंड रेफ्रिजरेटर की मांग को आयात के जरिए पूरा करती हैं. माना जा रहा है कि रेफ्रिजरेटर के आयात पर बैन लगाने से मोदी सरकार के मेक इन इंडिया मिशन को बूस्ट मिलेगा. आपको बता दें इससे पहले सरकार एयर कंडिश्नर और टेलीविजन के आयात पर भी बंदिशें लगा चुकी है. अगर मोदी सरकार रेफ्रिजरेटर के आयात पर बैन लगाती है तो इससे घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को फायदा पहुंचेगा. 


ये भी पढ़ें 


Rupee-Dollar: क्रूड में तेजी, निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपये में ऐतिहासिक गिरावट, एक डॉलर के मुकाबले पहली बार 77.81 के लेवल पर रुपया


RBI Governor: जानिए क्यों आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने राज्यों को पेट्रोल डीजल पर वैट घटाने की दी नसीहत!