Rupee at All time Low: डॉलर के मुकाबले रुपये में ऐतिहासिक गिरावट देखी जा रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में तेज उछाल भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपया एक डॉलर के मुकाबले 77.81 रुपये के लेवल तक जा लुढ़का है. जो एक डॉलर के मुकाबले रुपया का सबसे निचला लेवल है. इससे पहले रुपये का सबसे लोअर लेवल 77.79 रुपये था जो 17 मई 2022 को देखा गया था. 


क्यों आई रुपये में गिरावट
दरअसल कच्चे तेल के दाम 13 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा है. मई में चीन से एक्सपोर्ट बढ़ा है. माना जा रहा है चीन लॉकडाउन में ढील देने जा रहा है. वहीं अमेरिका में भी कच्चे तेल की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी देखी जा रही है. अब क्लोजिंग लेवल की बात करें तो बुधवार 8 जून 2022 को विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपया एक डॉलर के मुकाबले 7 पैसे की गिरावट के साथ अपने एतिहासिक निचले स्तर 77.73 रुपये पर गिरकर बंद हुआ था. 


क्या आरबीआई करेगा हस्तक्षेप
रुपया में गिरावट को रोकने की जिम्मेदारी आरबीआई की है. हालांकि आरबीआई ने रुपये को डॉलर के मुकाबले गिरने से रोकने के लिए अरबों डॉलर बेचें हैं. लेकिन विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर निवेश निकाल रहे हैं जिससे रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता जा रहा है. 2022 में अब तक विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से 1.57 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश वापस निकाल चुके हैं.


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