IIP Growth Rate: मैन्युफैक्चरिंग, खनन और इलेक्ट्रिसिटी क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के चलते जनवरी 2024 में औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ रेट की रफ्तार धीमी हो गई है. जनवरी 2024 में आईआईपी रेट घटकर 3.8 फीसदी पर आ गई है जबकि जनवरी 2023 में आईआईपी ग्रोथ रेट 5.8 फीसदी रही थी. एक महीने पहले दिसंबर, 2023 में आईआईपी की वृद्धि दर 4.2 फीसदी रही थी.  


सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने औद्योगिक उत्पादन दर जारी किया है जिसके मुताबिक जनवरी 2024 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के आउटपुट ने 3.2 फीसदी का ग्रोथ रेट दिखाया है जो एक साल पहले समान महीने में 4.5 फीसदी रहा था. बिजली उत्पादन का ग्रोथ रेट जनवरी में 5.6 फीसदी रहा है जो कि जनवरी 2023 में 12.7 फीसदी रहा था. माइनिंग एक्टिविटी का का ग्रोथ रेट 5.9 फीसदी रहा है जो कि बीते साल समान अवधि में 9 फीसदी के दर से बढ़ा था. 


वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 10 महीने में इंडस्ट्रियल आउटपुट 5.9 फीसदी के दर से बढ़ा है जो कि 2022-23 के समान अवधि के दौरान 5.5 फीसदी के दर से बढ़ा था. जनवरी में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का उत्पादन 10.9 फीसदी के दर से बढ़ा है जो कि बीते साल समान अवधि में 8.2 फीसदी के दर से बढ़ा था. 


नाइट फ्रैंक इंडिया के नेशनल डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा, मैन्य़ुफैक्चरिंग आउटपुट की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है. उन्होंने कहा कि मजबूत और स्थिर इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का मजबूत रहना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में गिरावट के बावजूद कैपिटल गुड्स के ग्रोथ में तेजी घरेलू निवेश में पॉजिटिव ग्रोथ की ओर संकेत दे रहा है जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है.  


केयरएज रेटिंग्स की चीफ इकोनॉमिस्ट रजनी सिन्हा ने कहा कि कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आउटपुट जनवरी में 10.9 फीसदी रहा है जो कि दिसंबर में 5.3 फीसदी रहा था. उन्होंने कहा कि कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स के नेगेटिव ग्रोथ खपत में कमजोरी की ओर इशारा कर रहा है. उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई दर जब घट रही है ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले तिमाही में खपत में कैसे सुधार होता है. 


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