IIP Data: जनवरी 2022 में औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर 1.3 फीसदी की दर से बढ़ा है. सरकारी आंकड़ों में बताया गया कि यह वृद्धि मुख्य रूप से खनन और विनिर्माण क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन के कारण हुई है. जनवरी 2021 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 0.6 फीसदी की गिरावट आई थी.


माइनिंग सेक्टर में 2.8 फीसदी की तेजी
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2021 में खनन क्षेत्र में 2.4 फीसदी की दर्ज की गई गिरावट के मुकाबले जनवरी 2022 में 2.8 फीसदी की वृद्धि हुई. विनिर्माण क्षेत्र में जनवरी 2022 के दौरान 1.1 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी महीने इसमें 0.9 फीसदी की गिरावट आई थी.


बिजली उत्पादन में आई गिरावट
हालांकि बिजली उत्पादन में जनवरी 2022 में 0.9 फीसदी की गिरावट आई जबकि जनवरी 2021 में 5.5 फीसदी का विस्तार हुआ था. चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में, आईआईपी की वृद्धि दर 13.7 फीसदी रही, जबकि वर्ष 2020-21 की समान अवधि में इसमें 12 फीसदी की गिरावट आई थी.


कोरोनाकाल के बाद सुधर रही है देश में औद्योगिक उत्पादन की स्थिति
पिछले कोरोनाकाल में देश में औद्योगिक उत्पादन में बड़ी गिरावट आई थी और आर्थिक गतिविधियां ठप होने से देश के आईआईपी डेटा पर असर आया था. मार्च 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन के चलते इसके बाद एक समय आईआईपी 18.7 फीसदी तक की गिरावट पर आ गई थी. हालांकि दीरे-धीरे लॉकडाउन खुलने और आर्थिक कामकाज सुचारू रूप से चलने के बाद औद्योगिक उत्पादन में अच्छा सुधार भी देखा गया. हालांकि दिसंबर 2021 के आईआईपी डेटा के मुताबिक ये 10 महीनों के निचले स्तर तक भी आ गया था. 


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