ICICI Bank News Update: निजी क्षेत्र की दूसरी बड़ी बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने अपने एमडी और सीईओ संदीप बख्शी के इस्तीफे की खबरों का खंडन किया है. बैंक ने इस खबर को पूरी तरह गलत और मनगढंत करार दिया है और ये खबर बैंक और शेयरहोल्डर्स को नुकसान पहुंचाने की मकसद से फैलाया गया है. 


ICICI बैंक ने खबर को नकारा 


आईसीआईसीआई बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज के पास दाखिल किए रेग्यूलेटरी फाइलिंग में बताया कि न्यूज पोर्टल दि मॉर्निंग कॉंटेक्स्ट में एक खबर छपी है कि सीईओ के छोड़कर जाने के चलते आईसीआईसीआई बैंक में बेचैनी है. बैंक ने अपने बयान में कहा, आर्टिकल पर जो जानकारी दी गई है कि आईसीआईसीआई बैंक के एमडी निजी कारणों से अपना पद छोड़ना चाहते हैं इस खबर का हम सिरे तौर पर खंडन करते हैं. आईसीआईसीआई बैंक ने कहा, ये जानकारी कल्पना के समान है और इसलिए पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है. बैंक ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि यह अफवाह किसी गलत मकसद, बैंक और उसके शेयरहोल्डर्स के हितों को नुकसान पहुंचाने, दुर्भावनापूर्ण इरादे के साथ ये अफवाह फैलाई गई है. आईसीआईसीआई बैंक ने ये जानकारी न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE), सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज, जापान सिक्योरिटीज डीलर्स एसोसिएशन और सिक्स स्विस एक्सचेंज लिमिटेड को भी उपलब्ध कराई है.  


संदीप बख्शी बने संकटमोचक 


संदीप बख्शी 1986 से ही आईसीआईसीआई समूह के साथ हैं. अप्रैल 2002 में उन्होंने आईसीआईसीआई लॉमबार्ड जनरल इंश्योरेंस ( ICICI Lombard General Insurance) के एमडी सीईओ के पदभार संभाला था. उसके बाद वे आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ( ICICI-Prudential Life Insurance) में अगस्त 2010 से लेकर लेकर जून 2018 तक एमडी सीईओ के पद पर रहे.


संदीप बख्शी ( Sandeep Bakshi) ने जब आईसीआईसीआई बैंक के एमडी-सीईओ का पदभार संभाला तब आईसीआईसीआई बैंक पर संकट के बादल मंडरा रहे थे. बैंक को लेकर लोगों का भरोसा डगमगा रहा था, निवेशक चिंतित थे. कॉरपोरेट गर्वेंस के मु्द्दे हावी थे. आरोप सीधे तात्कालीन सीईओ चंदा कोचर के ऊपर लगे रहे थे. तब अक्टूबर 2018 में आईसीआईसीआई बैंक की कमान संदीप बख्शी ( Sandeep Bakshi) को सौंपी गई. और अगले साढ़े पांच सालों से ज्यादा समय में संदीप बख्शी आईसीआईसीआई बैंक की खोई साख को वापस दिलाने के साथ फाइनैंशियल परफार्मेंस के सभी पैमाने पर बैंकों को ऊपर ले गए. आईसीआईसीआई बैंक देश की दूसरी सबसे बड़ी निजी बैंक है और जो वित्तीय तौर पर बेहद मजबूत है. 


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