Google Employees: गूगल के कुछ कर्मचारियों द्वारा हाल ही में ऑफिस के अंदर धरना दिया था. उन्होंने गूगल क्लाउड के सीईओ के दफ्तर पर 8 घंटे के लिए कब्जा कर लिया था. बाद में पुलिस बुलाकर इन सभी को गिरफ्तार करना पड़ा था. इस घटना पर गूगल के सीईओ (Google CEO) सुंदर पिचई (Sundar Pichai) काफी खफा हो गए हैं. उन्होंने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह इस तरह का व्यवहार बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. सुंदर पिचई ने कहा कि कर्मचारियों का फोकस काम पर होना चाहिए कुछ लोगों के ऐसे व्यवहार से अन्य सभी कर्मचारियों पर प्रभाव पड़ता है. 


ऑफिस में राजनीति पर चर्चा नहीं होनी चाहिए


सुंदर पिचई ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि ऑफिस को पर्सनल प्लेटफॉर्म नहीं बनाया जाना चाहिए. आप लोग अपना फोकस काम पर रखें और प्रोडक्ट्स बनाने पर ध्यान दें. हम बिजनेस करते हैं. आप अपने साथियों को असुरक्षित महसूस नहीं करा सकते. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि ऑफिस में राजनीति पर चर्चा नहीं होनी चाहिए. हम एक कंपनी के तौर पर बेहद महत्वपूर्ण समय में हैं. दरअसल, गूगल इस समय एक कठिन दौर से गुजर रही है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के सेक्टर में कंपनी पिछड़ती दिखाई दे रही है.


इजराइल के साथ प्रोजेक्ट बंद करने की थी मांग  


गूगल के ऑफिस में पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. कंपनी का टॉप मैनेजमेंट ऐसी घटनाओं के चलते हो रही बदनामी से खफा हो गया है. गूगल लंबे समय से कई सरकारों के साथ काम करती रही है. हालिया प्रदर्शन में कंपनी के कुछ कर्मचारियों की मांग थी कि गूगल को इजराइल सरकार और सेना के साथ चल रहे क्लाउड प्रोजेक्ट बंद कर देने चाहिए. 


गूगल ने 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला


गूगल मैनेजमेंट ने विरोध प्रदर्शन को गंभीरता से लेते हुए 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. कंपनी के 9 कर्मचारी गिरफ्तार भी किए गए थे. गूगल ने इस घटना के बाद कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा है कि इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त के लायक नहीं है. कंपनी इसे गंभीरता से ले रही है. हमारे ज्यादातर कर्मचारी अच्छा काम कर रहे हैं. मगर, कुछ लोगों का व्यवहार चिंताजनक है. अगर आप भी उन चंद कर्मचारियों में शामिल हैं, जो ऐसा कुछ सोच रहे हैं तो आपको दोबारा से सोचने की जरूरत है.


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