सोना भारतीयों के लिए पारंपरिक पसंद रहा है. पुराने जमाने से भारत में सोने की बहुत डिमांड रही है. आभूषणों से लेकर बुरे समय में बचाव तक के लिए सोना लोगों के काम आता रहा है. सोने के प्रति भारतीयों के इस प्यार में हालिया सालों में एक अनोखा ट्रेंड देखने को मिला है. एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि देश के जिन जिलों में कोविड का कहर ज्यादा रहा, वहां सोने के प्रति लोगों का आकर्षण पहले से ज्यादा बढ़ गया.


इस स्टडी में सामने आई बात


इंटरनेशनल रिव्यू ऑफ इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंस की एक स्टडी के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. रिपोर्ट के अनुसार, कोविड की ज्यादा मार झेलने वाले जिलों में लोग अन्य इलाकों की तुलना में अब ज्यादा सोना खरीद रहे हैं. प्रति हजार की आबादी पर सबसे ज्यादा कोविड केस वाले टॉप-थर्ड जिलों में ये देखा गया है कि हाउसहोल्ड सेविंग में सोने की हिस्सेदारी पहले से ज्यादा है.


हाउसहोल्ड सेविंग में बढ़ा हिस्सा


स्टडी के अनुसार, अन्य जिलों की तुलना में कोविड के ज्यादा केस वाले टॉप थर्ड जिलों (सीवीडी डिस्ट्रिक्ट्स) में हाउसहोल्ड सेविंग में सोने की हिस्सेदारी 6.9 पर्सेंटेज पॉइंट ज्यादा है. ऐसे जिलों में भी गरीब परिवारों ने ज्यादा सोना खरीदा है. सीवीडी डिस्ट्रिक्ट्स के गरीब परिवारों में सोने में एलोकेशन 7.3 पर्सेंटेज पॉइंट है, जो उन्हीं जिलों के अमीर परिवारों के 5.4 पर्सेंटेज पॉइंट से ज्यादा है.


सोने में किया इतना ज्यादा निवेश


स्टडी बताती है कि नॉन-सीवीडी डिस्ट्रिक्ट्स की तुलना में सीवीडी डिस्ट्रिक्ट्स में परिवारों ने सोने में 3,898 रुपये ज्यादा निवेश किया. वहीं दूसरी ओर फाइनेंशियल एसेट और अन्य एसेट में उनकी हिस्सेदारी कम रही. फाइनेंशियल एसेट और अन्य एसेट में नॉन-सीवीडी डिस्ट्रिक्ट्स की तुलना में सीवीडी डिस्ट्रिक्ट्स के परिवारों ने क्रमश: 11,466 रुपये और 3,478 रुपये कम निवेश किया.


महामारी से बदले लोगों के तौर-तरीके


इस स्टडी से पता चलता है कि कोविड की ज्यादा मार झेलने वाले लोग सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं. दरअसल कोविड महामारी ने लोगों के ऊपर स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी हमला किया. इस कारण महामारी के चलते लोगों के खर्च करने और सेविंग व निवेश करने के तौर-तरीकों पर व्यापक असर हुआ है. यही कारण है कि जिल इलाकों में कोविड का ज्यादा कहर दिखा, वहां लोगों का सोने पर भरोसा बढ़ गया. उन इलाकों में भी गरीब परिवारों का सोने पर भरोसा ज्यादा बढ़ा, क्योंकि महामारी ने उनकी आर्थिक स्थिति को ज्यादा प्रभावित किया.


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