World Economic Forum: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने भारतीय होने पर गर्व जताया है. उन्होंने दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) 2024 में कहा कि भारतीय होने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता. दावोस में अपने अनुभव पर उन्होंने एक लिंक्डइन पोस्ट लिखी. इसमें दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी ने दुनियाभर से आए उद्योगपतियों और अधिकारियों से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र भी किया. 



तीन केंद्रीय मंत्रियों ने फोरम में किया भारत का प्रतिनिधित्व 


वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 54वीं बैठक दावोस में 15 से 19 जनवरी के बीच आयोजित की गई थी. भारत की ओर से केंद्रीय मंत्रियों हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Puri), स्मृति ईरानी (Smriti Irani) और अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने इस कार्यक्रम में देश का प्रतिनिधित्व किया था. इस बैठक में दुनियाभर के नेताओं ने भरोसा बढ़ाने, नए आइडिया विकसित करने और दुनिया के सामने आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए रास्ते निकालने पर चर्चा की. 


दावोस से सिर ऊंचा करके वापस स्वदेश लौटे हैं भारतीय 


दावोस से आने के बाद गौतम अडानी ने लिखा कि इस साल मेरे देशवासी हर बार से ज्यादा सिर ऊंचा करके बैठक से वापस स्वदेश लौटे हैं. पूरी दुनिया इस बात को लेकर आश्वस्त है कि भारत की जीडीपी 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगी. इकोनॉमी को लेकर इससे भी ज्यादा की उम्मीद जताई जा रही है. भारत की वर्कफोर्स युवा है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर भी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. यहां भी भारत एक मजबूत प्लेयर बनकर उभरेगा. 


भारत की सामाजिक सुधार योजनाओं पर दुनिया की नजर 


अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने लिखा कि भारत में सामाजिक सुधार तेजी से हो रहा है. पूरी दुनिया की नजर इस पर है. उन्होंने लिखा कि एक कॉरपोरेट लीडर ने उनसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर को लेकर विस्तार से जानकारी ली. इसमें नेशनल आईडी सिस्टम, आधार, मोबाइल फोन और 50 करोड़ बैंक अकाउंट पर भी चर्चा हुई. इससे करोड़ों भारतीयों को लाभ मिला है. दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को बिचौलियों से मुक्ति मिली है. 


यूपीआई को अब कई देश स्वीकारेंगे 


लगभग एक दशक पहले लॉन्च हुए यूपीआई को अब दुनिया के कई देश स्वीकारने वाले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा लॉन्च किया गया सोलर अलायंस प्लेटफॉर्म भी दावोस में चर्चा का विषय रहा. इसके जरिए सोलर एनर्जी सेक्टर में 2030 तक लगभग एक ट्रिलियन डॉलर का निवेश आकर्षित किया जाना है. साथ ही सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता 1000 गीगावाट पर पहुंचानी है. उन्होंने लिखा कि 16 सदस्यों के साथ शुरू किए इस प्रयास में अब 117 सदस्य शामिल हो चुके हैं.


ये भी पढ़ें 


Social Media King: सिर्फ 23 साल की उम्र में बने अरबपति, आज हैं दुनिया के 5वें सबसे दौलतमंद शख्स