Gautam Adani: अरबपति उद्योगपति और अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने अमेरिका की शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के सामने आने के ठीक एक साल बाद इसे फिर याद किया है. उन्होंने एक ब्लॉग में इस घटनाक्रम को याद करते हुए लिखा कि "पिछला साल काफी बड़ी सीख देने वाला रहा और इसमें हमने ये भी देखा कि किसी कारोबार को बर्बाद करने के लिए कोई संस्था किस हद तक बेबुनियाद आरोप लगा सकती थी. किसी समूह पर कितना बड़ा रणनीतिक हमला किया जा सकता है, इसके हम साक्षी बने."


अडानी समूह पर जानबूझकर किया गया अभूतपूर्व वार- गौतम अडानी


गौतम अडानी ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए लिखा कि "अडानी ग्रुप ने अपने ऊपर हुए ऐसे अभूतपूर्व वार को झेला और फिर भी संभला, इसके बाद जब स्थिति साफ हुई तो हम और ज्यादा मजबूत बनकर उभरे."


अडानी समूह ने झेले कुटिल हमले- गौतम अडानी


गौतम अडानी ने लिखा कि "हम पर हमला करने वालों ने सार्वजनिक रूप से मौजूद जानकारी और अतीत के आधे-अधूरे और बेबुनियाद साक्ष्य को रणनीतिक रूप से गलत उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया. इन्हें बेबुनियाद आरोपों की शक्ल में ढालकर अडानी समूह पर कुटिल हमले किए गए. हालांकि समूह ने इन आरोपों के बाद भी संयम नहीं खोया और अपने निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए अपने सभी मजबूत और कारोबारी जरूरी पॉइंट्स को फिर से देखा. हमने इस बात को सुनिश्चित किया कि हमारे फाइनेंस मजबूत हैं और बने रहें. हमारा कॉरपोरेट गवर्नेंस बिना गलतियों के चल रहा है और चलता रहे. इसके अलावा हमारे विकास के रोडमैप को भी हमने फिर से जांचा कि हम भारत के क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में एक महत्वपूर्ण रोल निभाते रहें.


गौतम अडानी ने बीते साल को बताया सीख देने वाला


गौतम अडानी ने बीते साल को एक सीख देने वाला साल बताते हुए लिखा कि "पिछले साल के अनुभवों और कठिनाइयों ने हमें ज्यादा मूल्यवान बातें सिखाई हैं. हमें सबक मिला, हम मजबूत बने और भारतीय संस्थाओं में हमारे भरोसे को और मजबूत बनाया है."


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