Petrol-Diesel Sales: सितंबर 2023 के पेट्रोल और डीजल की बिक्री के आंकड़े घोषित कर दिए गए हैं. सितंबर में सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों पेट्रोलियम कंपनियों की डीजल बिक्री घटी है, हालांकि, पेट्रोल की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के शुरुआती आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.


सितंबर में कैसे रहे डीजल की बिक्री के आंकड़े


डीजल की बिक्री सितंबर में कमजोर मांग और देश के कुछ हिस्सों में औद्योगिक गतिविधियां सुस्त पड़ने की वजह से तीन फीसदी घटी है. देश में सबसे ज्यादा खपत वाले ईंधन डीजल की बिक्री सितंबर में घटकर 58.1 लाख टन रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 59.9 लाख टन थी. सितंबर के पहले 15 दिनों में डीजल की मांग में पांच फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, जबकि बारिश कम होने से अगले 15 दिनों में डीजल की मांग बढ़ी. महीने दर महीने आधार पर देखा जाए तो मासिक आधार पर डीजल की बिक्री ढाई फीसदी ज्यादा रही है. अगस्त में डीजल की बिक्री 56.7 लाख टन रही थी.


देश में तेल की मांग ऊंची बनी रहने की संभावना


आमतौर पर मानसून के दौरान डीजल की बिक्री घट जाती है, क्योंकि बारिश के कारण कृषि सेक्टर की मांग कम रहती है. कृषि क्षेत्र में सिंचाई, कटाई और ट्रांसपोर्टेशन के लिए फ्यूल के रूप में डीजल का इस्तेमाल होता है. हालांकि इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि स्थिर और स्वस्थ आर्थिक गतिविधियों और हवाई यात्रा में सुधार के साथ साल के बाकी महीनों में देश में तेल की मांग ऊंची बनी रहेगी.


पेट्रोल की बिक्री के आंकड़े जानें


आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में पेट्रोल की बिक्री पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5.4 फीसदी बढ़कर 28 लाख टन हो गई. अगस्त में पेट्रोल की मांग में बढ़ोतरी लगभग स्थिर रही है. सितंबर में महीने दर महीने आधार पर पेट्रोल की मांग 5.6 फीसदी बढ़ी है. सितंबर में पेट्रोल की खपत कोविड-प्रभावित सितंबर, 2021 की तुलना में 19.3 फीसदी ज्यादा रही और महामारी-पूर्व की अवधि यानी सितंबर, 2019 की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा रही. डीजल की खपत सितंबर, 2021 की तुलना में 19 फीसदी और सितंबर, 2019 की तुलना में 11.5 फीसदी ज्यादा रही. 


एटीएफ की मांग में भी इजाफा


हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ने के बीच विमान ईंधन एटीएफ की मांग सितंबर में 7.5 फीसदी बढ़कर 5,96,500 टन पर पहुंच गई. सितंबर, 2021 की तुलना में यह 55.2 फीसदी ज्यादा रही. वहीं कोविड-पूर्व यानी सितंबर, 2019 की तुलना में यह 3.55 फीसदी कम रही. मासिक आधार पर जेट ईंधन की मांग सितंबर में स्थिर रही. अगस्त, 2023 में विमान ईंधन की मांग 5,99,100 टन रही थी.


एलपीजी की बिक्री का कैसा रहा आंकड़ा


रसोई गैस यानी एलपीजी की बिक्री सितंबर में सालाना आधार पर छह फीसदी बढ़कर 26.7 लाख टन पर पहुंच गई. सितंबर, 2021 की तुलना में एलपीजी की खपत 11.4 फीसदी और कोविड-पूर्व की अवधि यानी सितंबर, 2019 की तुलना में 23.3 फीसदी ज्यादा रही. मासिक आधार पर एलपीजी की मांग 7.3 फीसदी बढ़ी. अगस्त में एलपीजी की मांग 24.9 लाख टन रही थी.


अप्रैल और मई में डीजल की खपत क्रमशः 6.7 फीसदी और 9.3 फीसदी बढ़ी थी, क्योंकि उस समय कृषि सेक्टर की मांग अच्छी रही थी. इसके अलावा गर्मियों की वजह से कारों में एयर कंडीशनर का इस्तेमाल बढ़ा था.


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