Domestic Flight Ticket Fare: देश में एक ओर कोविड का खतरा कम हो रहा है तो दूसरी ओर भारी घाटा सह चुका एविएशन सेक्टर खुल रहा है. इस स्थिति को देखते हुए सिविल एविएशन मंत्रालय ने गुरुवार को ये आदेश जारी किया है कि घरेलू उड़ानों के लिए एयरलाइन कंपनियों की अपनी फ्लाइट कैपेसिटी अब 65% से बढ़कर 72.5% होगी. इसके साथ ही मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों का किराया भी आज से 12.50% बढ़ा दिया है. इसमें एयरपोर्ट की यूजर डेवलपमेंट फीस, पैसेंजर सिक्योरिटी फीस और जीएसटी शामिल नहीं है. फिलहाल ये आदेश इस महीने के लिए लागू है. 1 सितंबर से कैपिंग को लेकर नए आदेश की संभावना है.


सेक्टर A के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर A के तहत आने वाले रूट यानी दिल्ली-चंडीगढ़, गोवा-मुंबई, मैंगलोर-बैंगलोर, श्रीनगर-जम्मू के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर A के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 2600 रुपये था और अधिकतम 7800 रुपये था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 2925 रुपये और अधिकतम 8775 रुपये कर दिया गया है.


सेक्टर B के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर B के तहत आने वाले रूट यानी अहमदाबाद-भोपाल, लेह-दिल्ली, हैदराबाद-मुंबई, दिल्ली-श्रीनगर के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर B के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 3300 रुपये था और अधिकतम 9800 रुपये था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 3712.5 रुपये और अधिकतम 11025 रुपये कर दिया गया है.


सेक्टर C के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर C के तहत आने वाले रूट यानी बैंगलोर-मुंबई, कोलकाता-लखनऊ, पटना-दिल्ली, चेन्नई-कोलकाता के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर C के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 4000 रुपये था और अधिकतम 11700 रुपये था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 4500 रुपये और अधिकतम 13162.50 रुपये कर दिया गया है.


सेक्टर D के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर D के तहत आने वाले रूट यानी दिल्ली-मुंबई, चेन्नई-मुंबई, पोर्ट ब्लेयर-चेन्नई, जयपुर-वाराणसी के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर D के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 4700 रुपये था और अधिकतम 13000 रुपये था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 5287.50 रुपये और अधिकतम 14625 रुपये कर दिया गया है.


सेक्टर E के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर E के तहत आने वाले रूट यानी दिल्ली-बैंगलोर, गुवाहाटी-दिल्ली, जयपुर-बैंगलोर, गोवा-दिल्ली के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर E के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 6100  रुपये था और अधिकतम 16900 रुपये था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 6862.50 रुपये और अधिकतम 19012.5 रुपये कर दिया गया है.


सेक्टर F के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर F के तहत आने वाले रूट यानी दिल्ली-कोच्चि, मुंबई-गुवाहाटी, मुंबई-श्रीनगर, चेन्नई-गुवाहाटी के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर F के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 7400 रुपये था और अधिकतम 20400 रुपये था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 8325 रुपये और अधिकतम 22950 रुपये कर दिया गया है.


सेक्टर G के रूट्स और उनके किराए की कैपिंग


सेक्टर G के तहत आने वाले रूट यानी कोयम्बटूर-दिल्ली, दिल्ली- थिरुवनंथपुरम, दिल्ली-पोर्ट ब्लेयर के लिए किराए की कैपिंग को इस तरह बढ़ाया गया है. सेक्टर G के अंतर्गत पहले न्यूनतम फेयर 8700 रुपये था और अधिकतम 24200 रुपए था लेकिन आज से लागू नए किराए के अनुसार न्यूनतम किराया 9787.50 रुपये और अधिकतम 27225 रुपये कर दिया गया है.



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