E-Auction: प्रॉपर्टी खरीदते समय प्रॉपर्टी की सिक्योरिटी को लेकर लोगों के मन में कई सवाल होते हैं. इन सवालों के पीछे की वजह प्रॉपर्टी खरीदने की प्रक्रिया होती है. जिसके लिए लोगों को कई चक्कर काटने पड़ते हैं. साथ ही प्रॉपर्टी वैध है या अवैध, इसकी भी जांच करनी होती है. लेकिन, अगर इन प्रॉपर्टीज की जानकारी लोगों को बाकी सामान की तरह अपने मोबाइल फोन पर ही मिलने लगे, तो कैसा रहेगा. इसी तरह का एक एप सरकारी बैंक लांच करने वाले हैं.


ई-ऑक्शन एप


ई-ऑक्शन एप सरकारी बैंकों की ओर से जारी किया जाने वाला एप्लीकेशन है. इस एप के माध्यम से लोगों को घर बैठे प्रॉपर्टी से संबंधित जानकारी मिल सकेगी. इन जानकारियों में प्रॉपर्टी का स्थान, नीलामी की शुरुआती रकम जैसी जानकारियों के शामिल होने की संभावना है. इसमें प्रॉपर्टी  से संबंधित पूरा डेटा प्रॉपर्टी के खरीदारों को एक साथ मुहैइया हो सकेगा. इस एप के जरिए प्रॉपर्टी फ्रॉड के मामलों में भी कटौती आयेगी.


पांच लाख प्रॉपर्टी नीलामी में होंगी शामिल


जिन प्रॉपर्टी पर लोन धारकोंं ने बैंकों से लोन लिया था और वे लोग उस लोन की कीमत नहीं चुका पाए, उन प्रॉपर्टीज को बैंकों के जरिए जब्त कर लिया जाता है. इन्हीं जमा प्रॉपर्टीज को अब सरकारी बैंक ई-ऑक्शन एप पर लेकर आ रहे हैं. इन प्रॉपर्टीज की संख्या 5 लाख के करीब है. अब सरकारी बैंक इन प्रॉपर्टी की ऑक्शनिंग के जरिए लोन की रिकवरी करना चाहेंगे.


5 साल में 5 लाख प्रॉपर्टी नीलाम


इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ बैंक अधिकारी, जिन्होंने अपना नाम मीडिया में प्रयोग करने से मना किया, उन्होंने बताया कि हमारा टारगेट है कि अगले पांच साल में 6 लाख ट्रांजैक्शन हम पूरे करें, जिनमें इन पांच सालों में जुड़ने वाले और एक लाख ऑक्शन को भी शामिल किया गया है.


ऑनलाइन प्रॉपर्टी डीलिंग


बैंक अधिकारी ने जानकारी दी कि इस एप पर प्रॉपर्टी से संबंधित इंफॉर्मेशन, डेटा और डॉक्यूमेंट्स बिडर्स के लिए उपलब्‍ध होंगे. बिडर्स को एप पर लॉगिन करना होगा, जिससे उन्हें प्रॉपर्टी की बिडिंग से जुड़ी तमाम जानकारी मिल सके. इसके साथ ही वेब पोर्टल पर भी इस प्रक्रिया को किया जा सकता है. 


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