देश का आम बजट पेश हो चुका है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने संसद में मोदी 2.0 का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया. इस दौरान सरकार की तरफ से तमाम सेक्टर्स पर फोकस करने की कोशिश हुई. बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि अब केवाईसी प्रोसेस को सिंपल किया जाएगा. फाइनेंशियल सिस्टम से बात करके इसे फुली डिजिटल किया जाएगा. 


वित्त मंत्री सीतारामन ने अपने भाषण में आगे बताया कि पैन सभी डिजिटल सिस्टम के लिए आइडेंटिफाई किया जाएगा. यूनिफाइड फाइलिंस प्रोसेस सेटअप किया जाएगा. वन स्टॉप सॉल्यूशन और आइडेंटिटी और एड्रेस के लिए किया जाएगा. डिजी लॉकर और आधार के जरिए इसे वन स्टॉप सॉल्यूशन किया जाएगा. कॉमन पोर्टल के जरिए एक ही जगह डेटा होगा, इसे अलग-अलग एजेंसी इस्तेमाल कर सकेंगी. इससे बार-बार डेटा देने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन इसके लिए यूजर की सहमति बहुत जरूरी होगी.


बैंक बाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ने केवीआई प्रोसेस को सिंपल किए जाने पर कहा, " डिजिटल इंडिया को सपोर्ट करने के लिए केवाईसी प्रोसेस को सिंपल करना जरूरी था. ये काफी अच्छा फैसला है. हर फाइनेंशियल रेगुलेटर अब मास्टर केवाईसी को रिव्यू करेगा और उसका अपडेट जारी करेगा. नेशनल डेटा गर्वनेंस पॉलिसी के जरिए डेटा तक पहुंच आसान होगी."


बजट भाषण में क्या बोलीं वित्त मंत्री?
वित्त मंत्री सीतारामन ने कहा कि डिजिटल भुगतान में महत्वपूर्ण वृद्धि के साक्षी के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक औपचारिक हो गई है. देश घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए अत्यधिक आकर्षण प्रदान करता है, पर्यटन में दोहन की अपार संभावनाएं हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया और मेक एआई वर्क फॉर इंडिया के विजन को साकार करने के लिए शीर्ष शिक्षण संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए 3 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे. अमृत काल के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर क्लासिफिकेशन और फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क को उपयुक्त बनाने के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की जाएगी.