Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर दिया है. इस बजट में हेल्थ सेक्टर को लेकर कई बड़े ऐलान किए गए हैं. आइए जानते हैं इस बजट में निर्मला सीतारमण ने हेल्थ सेक्टर के लिए कौन-कौन से बड़े ऐलान किए हैं. 


157 नर्सिंग कॉलेज 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किए हैं कि 157 नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे और वहां छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी. हेल्थ सेक्टर में नौकरी बढ़ाने पर भी फोकस किया जाएगा. 


एनीमिया जैसी ​बीमारी को समाप्त करने के लिए मिशन 


वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के लिए एक मिशन शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 0 से 40 साल के लोग इससे ज्यादा प्रभावित हैं. ऐसे में देश में 7 करोड़ लोगों की स्क्रिनिंग की तैयारी की जाएगी. वहीं हेल्थ सेक्टर को लेकर केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकारों को प्रोत्साहन भी दिया जाएगा. 


मेडिकल रिसर्च सेंटर 


वित्त मंत्री ने कहा कि आईसीएमआर की चुनिंदा लैब में शोध के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट सेक्टर के आर एंड डी टीमों को सहयोगी अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.  


फार्मा इनोवेशन


अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. इसमें निवेश करने के लिए भी उद्योग को पोत्साहित किया जाएगा. प्राथमिक अस्पतालों को भी बढ़ावा दिया जाएगा. 


मेडिकल उपकरणों के लिए पाठ्यक्रम 


मेडिकल उपकरणों के लिए समर्पित बहु-विषयक पाठ्यक्रम लाए जाएंगे. भविष्य की चिकित्सा प्रौद्योगिकियों, उच्च अंत निर्माण और अनुसंधान के लिए भी काम किया जाएगा. 


बजट 2022-23 में कितना हुआ खर्च 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बजट 2022-23 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) को 86,200 करोड़ रुपये दिए थे. यह वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 16 फीसदी अधिक है. साल 2022 में हेल्थ सेक्टर को 73,931 करोड़ रुपये आवंटित हुए थे. इस बजट में नेशनल टेली मेंटल हेल्थ का ऐलान हुआ था. साथ ही बजट 2022-23 में नेशनल डिजिटल प्लेटफॉर्म की भी शुरुआत की गई थी. 


हर साल हेल्थ सेक्टर के लिए बढ़ा बजट 


गौरतलब है कि स्वास्थ्य क्षेत्र देश की जीडीपी में एक बड़ा योगदान देता है. यह सेक्टर सबसे अधिक रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र है. इस सेक्टर के तहत अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, मेडिकल की दुकाने, डॉक्टर्स, नर्स, हेल्थ से जुड़ी शिक्षा और अन्य चीजें आती है. बजट 2020—21 के दौरान 67,112 करोड़ हेल्थ सेक्टर के लिए दिए गए थे. वहीं बजट 2019-20 में 63,538 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था.