नई दिल्लीः मोदी सरकार 2 के पहले पूर्णकालिक बजट के लिए आज हलवा सेरेमनी पूरी हो गई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस रस्म को पूरा किया. नॉर्थ ब्लॉक में हुए इस आयोजन में खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ वित्त मंत्रालय के अन्य मंत्रियों, अधिकारियों और सचिवों को हलवा बांटा. इसी के साथ ही बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू हो जाएगा.


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार बजट की तैयारियों को लेकर बैठकें भी कर रही हैं. बतौर वित्त मंत्री ये उनका पहला बजट है और देश में पहली बार कोई पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बजट को पेश करेंगी. बता दें कि संसद का बजट सत्र चल रहा है जिसमें 4 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा और 5 जुलाई को बजट आएगा. 26 जुलाई को संसद का बजट सत्र खत्म होगा.


वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसको लेकर ट्वीट किया और लिखा कि नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी के साथ बजट दस्तावेजों की आधिकारिक रूप से छपाई का काम शुरू किया जा रहा है. इसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त मंत्रालय के कुछ अधिकारी मौजूद रहे.


वित्त मंत्रालय में शनिवार को परंपरागत हलवा रस्म के साथ वित्त वर्ष 2019-20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू हो गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म का आयोजन किया गया. पिछली सरकार ने आम चुनाव की घोषणा होने से पहले एक फरवरी को 2019- 20 का अंतरिम बजट पेश किया था.

हलवा समारोह के दौरान सीतारमण और ठाकुर के अलावा वित्त सचिव एस. सी. गर्ग, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे, वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार और निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव अतनु चक्रवर्ती समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे. हलवा रस्म के बाद सीतारमण ने छापेखाने का भी दौरा किया.

क्या है हलवा सेरेमनी
हर साल बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी की रस्म मनाई जाती है. इसके पीछे मान्यता रही है कि हर शुभ काम को करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए, साथ ही भारतीय परंपरा में हलवे को काफी शुभ भी माना जाता है. इस परंपरा के तहत वर्तमान वित्त मंत्री खुद बजट से जुड़े कर्मचारियों, बजट की छपाई से जुड़े कर्मचारियों और वित्त अधिकारियों को हलवा बांटते हैं. इस हलवे के बनने और बंटने के बाद ही बजट के दस्तावेजों के छापने की प्रक्रिया शुरू होती है.

बजट की छपने की प्रक्रिया के शुरू होने से लेकर बजट के संसद में रखे जाने तक इन अधिकारियों को किसी से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं होती है. इसके तहत नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिटिंग प्रेस में अगले कुछ दिन तक वित्त मंत्रालय के करीब 100 कर्मचारी रहते हैं. उन्हें फोन करने की भी इजाजत नहीं होती और किसी को उनसे मिलने की मंजूरी नहीं होती है.

बजट के छपने और इसके संसद के पटल पर रखने के बीच के दौरान अधिकारियों को अपने परिवार तक से मिलने की इजाजत नहीं होती है. नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिंटिंग प्रेस में इन अधिकारी-कर्मचारियों को लगभग लॉक कर दिया जाता है. यहां केवल एक लैंडलाइन होता है जिसपर इनकमिंग की सुविधा होती है और इसके अलावा उनसे संपर्क करने का कोई तरीका नहीं होता. संपर्क भी केवल आधिकारिक कार्य तक के लिए ही संभव होता है.

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