Akasa Air: देश में सस्ती हवाई सेवा प्रदान करने वाली कंपनी अकासा एयर ने अपने कर्मचारियों को जारी किए आंतरिक मेमो में जानकारी दी है कि वह आने वाले दिनों में कम उड़ानों का संचालन कर सकती है और मार्केट में अपनी हिस्सेदारी को छोड़ सकती है. इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक कंपनी ने छोटी अवधि के लिए यह फैसला लिया है. ध्यान देने वाली बात ये है कि पिछले कुछ वक्त में एयरलाइंस के पायलटों ने एक साथ बड़ी संख्या में नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. ऐसे में अपनी सेवा के स्तर को बनाए रखने के लिए कंपनी ने कम उड़ानों के संचालन का फैसला किया है.


घट गई अकासा एयर की हिस्सेदारी


नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के डाटा के मुताबिक पिछले महीने अकासा एयर का मार्केट शेयर 5.2 फीसदी से घटकर 4.2 फीसदी रह गया था. ऐसे में अकासा एयर के मार्केट शेयर में गिरावट के बाद से ही बाकी प्रतिद्वंद्वी एयरलाइन कंपनियां जैसे इंडिगो के शेयरों में 0.5 फीसदी तक की तेजी दर्ज की गई है. अकासा एयर ने अपने आंतरिक मेमो में अपने कर्मचारियों को बताया है कि कंपनी के लिए विश्वसनीय संचालन बाजार की हिस्सेदारी से अधिक महत्वपूर्ण है. ऐसे में कंपनी उड़ानों के सही संचालन के लिए अपनी मार्केट हिस्सेदारी को भी छोड़ने को तैयार है.


बिना नोटिस पीरियड सर्व किए पायलटों ने छोड़ी नौकरी


दिग्गज निवेशक रहे राकेश झुनझुनवाला की कंपनी अकासा एयरलाइन उस समय पड़ी मुसीबत में पड़ती नजर आई जब कंपनी के कुछ पायलटों ने बिना नोटिस पीरियड सर्व किए ही नौकरी छोड़ी दी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुल 43 पायलटों ने दूसरी कंपनी ज्वाइन करने के लिए बिना नोटिस पीरियड सर्व किए ही अकासा से इस्तीफा दे दिया है.


इसके बाद कंपनी ने इन पायलटों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कानूनी रास्ता अपनाने का फैसला किया है. इस मामले पर कंपनी ने बयान देते हुए बताया कि जिन पायलटों ने नौकरी छोड़ने से पहले 6 महीने का नोटिस पीरियड था जिसे उन्होंने सर्व नहीं किया. इस कारण कंपनी के अगस्त 2023 में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थी. इस कारण कंपनी और ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. ऐसे में अब कंपनी ने इन पायलटों ने करोड़ों रुपये के मुआवजे की मांग की है. 


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