Air Travel To Be Costly: हवाई सफर (Air Travel) महंगा हो सकता है. एयरलाइंस कंपनियां हवाई सफर महंगा कर सकती हैं. दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude oil Price) की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते सरकारी तेल कंपनियों ने लगातार छठी बार विमान ईंधन (ATF) के दाम बढ़ा दिए हैं. बुधवार को तो हवाई ईंधन की कीमतों में एतिहासिक उछाल आया और पेट्रोलियम कंपनियों ने एटीएफ के दाम में 17,135.63 रुपये प्रति किलोलीटर की बढ़ोतरी कर दी. दिल्ली में एटीएफ 18.3 फीसदी महंगा हुआ है और नई कीमत 1,10,666 रुपये प्रति किलोलीटर है. 


एयरलाइंस महंगा करेंगी किराया
एयरलाइंस कंपनियां अपनी कुल लागत का 45 फीसदी हवाई ईंधन पर खर्च करती हैं. 2022 में हवाई ईंधन 50 फीसदी महंगा हो चुका है. हवाई ईंधन के महंगे होने के चलते एयरलाइंस कंपनियों का लागत बढ़ेगा जिसका भार जाहिर है वो कस्टमर्स के ऊपर डालेंगी. वहीं एयरलाइंस कंपनियां सरकार से एटीएफ को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रही है जिससे एकसमान टैक्स हो और वे इनपुट कॉस्ट का फायदा ले सकें. 


रिकॉर्ड लेवल पर हवाई ईंधन के दाम
एटीएफ की कीमत अगस्त 2008 में 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर थी, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 147 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल को छू गई थी. एक जनवरी 2022 से हवाई ईंधन के दाम छह बार बढ़ाये जा चुके हैं. बीते ढाई महीने में हवाई ईंधन के दामों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी आ चुकी है. 31 दिसंबर 2021 को एटीएफ की कीमत 74,000 रुपये किलो लीटर था जो अब 1,10,000 रुपये प्रति किलो लीटर के ऊपर जा पहुंचा है. सरकारी तेल कंपनियां हवाई ईंधन की कीमतों की हर पखवाडे़ समीक्षा करती हैं. 


हवाई ईंधन महंगा पर पेट्रोल डीजल बेअसर
सरकारी तेल कंपनियों के पेट्रोल, डीजल और हवाई ईंधन के दाम तय करने का अधिकार है.  ये कंपनियां हवाई ईंधन के दाम तो लगातार बढ़ा रही हैं लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है. हालांकि, इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.


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