Air India Update: टाटा समूह की एयरलाइंस एयर इंडिया के पायलट्स ने वेतन ढांचे में बदलाव करने के मैनेजमेंट के फैसले के बाद इस मामले के निदान निकालने के लिए टाटा संस के एमेरिटस चेयरमैन रतन टाटा से दखल देने की अपील की है. एयर इंडिया के 1,500 से ज्यादा पायलटों के हस्ताक्षर वाली एक याचिका में आरोप लगाया गया कि मौजूदा ह्यूमन रिसोर्स विभाग पायलटों की चिंताओं की अनदेखी कर रहा है और उनके साथ सम्मान के साथ व्यवहार नहीं किया जा रहा है. 


एयर इंडिया ने अपने पायलट्स और क्रेबिन-क्रू मेबर्स के वेतन में बढ़ोतरी के ढांचे का एलान किया था जिसे एयर इंडिया के पायलट्स यूनियन, इंडियन पायलट्स एसोसिएशन (ICPA) और इंडियन पायलट्स गिल्ड (IPG) ने खारिज कर दिया है. इंडियन पायलट्स एसोसिएशनऔर इंडियन पायलट्स गिल्ड ने एयर इंडिया को 21 अप्रैल को कानूनी नोटिस भेजा है.  पायलट यूनियनों का कहना है कि एयर इंडिया ने श्रम प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया गया है और नए एग्रीमेंट कराने से पहले उनसे परामर्श नहीं किया गया है. यूनियनों ने अपने सदस्यों को एम्पॉलयमेंट के प्रस्तावित नए टर्म्स को अस्वीकार करने को कहा है. 


एयर इंडिया के पायलट्स ने पत्र में लिखा कि हमें अपने काम पर गर्व है और वैश्विक मंच पर टाटा समूह और हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने में निभाई जाने वाली भूमिका पर बहुत गर्व है. हालांकि, मौजूदा समय में हम वर्तमान मानव संसाधन विभाग के साथ एक कठिन स्थिति का सामना कर रहे हैं. एयर इंडिया के पायलट्स का मानना है कि मैनेजमेंट में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है जिसके बाद उन्होंने रतन टाटा से हस्तक्षेप कर रास्ता निकालने को कहा है जो सबको मंजूर हो. 


इंडियन पायलट्स एसोसिएशन (ICPA) और इंडियन पायलट्स गिल्ड (IPG) ने ज्वाइंट रिजोल्युशन को पारित करते हुए कहा कि नए सर्विस की शर्तों को नहीं मानने के चलते अगर मैनेजमेंट किसी कर्मचारी को बर्खास्त करती है ये यूनियन इन कर्मचारियों को फिर से बहाल किए जाने तक किसी भी हद तक जा सकती है. टाटा समूह की एयर इंडिया ने पायलट्स और केबिन क्रू मेबर्स के कम्पंसेशन स्ट्रक्चर में बदलाव करने का फैसला किया है पायलट्स के प्रति घंटे फ्लाइंग रेट्स में भी बढ़ोतरी का फैसला किया गया है. विवाद का जड़ 40 घंटे का फ्लाइंग अलाउंस है जो महामारी से पहले 70 घंटे हुए करता था. जनवरी 2022 में टाटा समूह ने एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. 


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